देव आनंद नहीं रहे लेकिन हिंदी सिनेमा में उनका योगदान कभी खत्म नहीं होगा. उनसे बॉलीवुड ने बहुत कुछ सीखा. देव आनंद की अदायगी हो या उनकी फिल्में, बॉलीवुड इस गाइड के कर्ज को कभी चुका नहीं पाएगा.