वो गैंबलर भी है, वो गाइड भी है. कभी वो सीआईडी भी था और मुनीम जी भी. आज उस शख्सियत ने अपनी सदाबहार जिंदगी के 88 बरस पूरे कर लिए. देवानंद एक ऐसा नाम, जिसके लिए एक ही नाम फिट है- प्रेमपुजारी. सदाबहार देवानंद ने ज़िंदगी को जितनी खूबसूरती से जिया है, वो मिसाल है ज़िंदादिली की, हौसले की, ज़िंदगी से मुहब्बत की और ये इसी शख्सियत का असर है कि 88 साल बीत गए, लेकिन आज भी जब स्टाइल की बात होती है, तो आइकन देवानंद ही कहलाते हैं. जादू है, जो आज भी बरकरार है.