'एजेंडा आजतक' के सत्र 'मिले सुर मेरा तुम्हारा' में शफकत अमानत अली ने कहा, 'यहां आकर कभी ऐसा नहीं लगा कि मैं दूसरे मुल्क में हूं. इस मौके पर शफकत अमानत अली ने ऐसा समां बांधा कि माहौल सुरमयी हो गया.