ये दौर है हिट को भुनाने का. ये दौर है आज़माए हुए को आज़माने का. रेस से लेकर धूम तक और डॉन से लेकर डॉन-2 तक. ज़ाहिर है ज़ंजीर जैसी फिल्में रीमेक से बच नहीं सकतीं. इसीलिए बार बार ये सुगबुगाहट उठती है कि एंग्री यंग मैन के कांसेप्ट को भुनाने की कोशिश दुबारा हो रही है.