जिस देश में अनाज सड़ रहे हों और वहां का खाद्यान मंत्री सरकार से ये अर्ज कर रहा हो कि मेरे काम का बोझ हल्का किया जाए, वहां हालात काबू में आएंगे, ऐसा सोचना बेमानी है. इटावा में रेलवे स्टेशन पर हजारों क्विंटल गेहूं खुले आसमान के नीचे उतार दिया गया. इटावा के गोदाम की क्षमता सिर्फ 45 हजार टन की है और अब तक 50 हजार टन गेहूं आ गया है.