इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के 18वें संस्करण में मशहूर कवि और गीतकार प्रसून जोशी शिरकत करने पहुंचे. उन्होंने यहां बातचीत के दौरान अपनी उस कविता का पाठ किया जो उन्होंने पुलवामा हमले के बाद लिखी थी. प्रसून ने कहा कि कई बार जब आप कुछ नहीं कर सकते तो कविता के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त कर सकते हैं. आंदोलित करने वाली उनकी ये कविता सुनकर हॉल में तालियां गड़गड़ा उठीं.
Prasoon Joshi patriotic poetry.