1.
'कभी नो बॉल फेंक देता हूं. तो माफी भी मांग लेता हूं'
अपनी मास्टरमाइंड और निगेटिव छवि पर अमित शाह बोले, 'मेरी छवि क्यों और कैसी बनी. मैं विश्लेषण नहीं करता. मैं शुद्ध रूप से चुनाव आयोग के निर्देशों पर चुनाव लड़ता हूं. कभी
नो बॉल फेंक देता हूं, तो माफी भी मांग लेता हूं.'
2. '...तो क्या मीडिया के सामने सांसदों को डांटूं'
बीजेपी सांसदों के विवादास्पद बोल पर अमित शाह ने कहा, 'एक व्यक्ति के मुंह से बयान निकल गया तो माफी मांग ली न. मैंने सांसदों को समझाया है. अब मीडिया के सामने तो नहीं
डांटूंगा न. और प्रचार क्यों न करें साध्वी. अब क्या वह राजनीति छोड़ दें . कितनों की छुड़वाई आपने?'
3. 'बीजेपी जीत रही है तो दंगे से जुड़ गया नाम'
अमित शाह से सवाल किया गया कि क्या बीजेपी दंगे की राजनीति करती है? इसपर शाह ने कहा, 'देश में पहले भी दंगे होते रहे. अब चूंकि बीजेपी लगातार जीत रही है. तो इसे हमसे
जोड़ दिया जाता है. आप नजरिया बदल दीजिए, सब ठीक नजर आने लगेगा.'
4. 'हम लुटियंस के मूड के आधार पर फैसला नहीं करते'
अमित शाह से जब उनके आत्मविश्वास का राज पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हम लुटियंस के मूड के आधार पर निर्णय नहीं करते. देश की जनता के मूड के आधार पर करते हैं. क्या क्या
बातें कही गईं एक साल में. मोदी जी को नेता न बनाएं. बना दिया तो बहुमत नहीं आएगा. आ गया तो देश की जनता में दंगा फैल जाएगा. जनता हमारे साथ है.'
5. 'आप पाकिस्तान के अखबार ध्यान से देख लीजिए...'
पाकिस्तान पर क्या बीजेपी का क्या रुख होगा, इसपर शाह ने कहा, 'हम देश के हितों को ताक पर रखकर मीडिया परसेप्शन या दुनिया के सामने इमेज बनाने के लिए काम नहीं करेंगे.
रही बात जवाब देने की तो हर चीज कहने की नहीं होती. आप पाकिस्तान के अखबार ध्यान से देख लीजिए.'