धर्म के नाम पे: धर्म से बड़ी कोई राजनीति नहीं. राजनीति से बड़ा कोई धर्म नहीं...इस मुद्दे पर राज्यसभा सांसद मणिशंकर अय्यर, जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना महमूद
मदनी और बीजेपी नेता स्वामी चिनमयानंद ने अपनी राय रखी
'आडवाणी से भी बुरे लोग सत्ता में आ गए हैं'
कांग्रेस सांसद मणिशंकर अय्यर ने 'एजेंडा आज तक' में धर्म पर छिड़ी बहस में बीजेपी को घेरा. उन्होंने कहा, 'बीजेपी ने लोकसभा में धार्मिक लिबास वालों की भरमार कर दी. वह बोलते
हैं तो लोगों में घबराहट फैलती है.'
'कई मुसलमान धर्म की आड़ में अधर्म करते हैं'
जमीयत उलेमा-ए-हिंद महासचिव मौलाना मदनी ने कहा, 'मेरे देश की ताकत है. कोई आए, चला जाए. कुछ नहीं बिगड़ेगा इसका. जो लोगों को किसी का डर दिखा रहे हैं वो गलत हैं.'
'वोट बैंक मतलब मुस्लिम वोट'
अय्यर ने कहा, 'वोट बैंक शब्द का इस्तेमाल सिर्फ मुस्लिम वोटों के लिए होता है. मोदी सरकार बात विकास की करती है. मगर उसके लिए जिन लोगों को लाती है, वे कट्टरपंथी हैं. भेड़ की
खाल में भेड़ियां हैं ये.' उन्होंने कहा, 'जनसंघ के पैदा होने के बाद से ही सियासत में धर्म आया.'
'धर्म का लिबास पहनने वाले लोग धर्म के ज्ञाता नहीं होते'बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद ने कहा, 'सीता का हरण करने के लिए रावण साधु का लिबास बनाकर आया था. लोग लिबास को ज्यादा पहचानते हैं.' उन्होंने कहा कि मोदी सरकार धर्म
के आधार पर नहीं चल रही.