आज तक एजेंडा के मंच पर ये जानने की कोशिश भी की गयी कि आखिर दिल्ली के दिल मे क्या है. इस सत्र के दौरान कांग्रेस, बीजेपी और आप के नेताओं के बीच गर्मागर्म बहस हुई. पेश हैं कुछ खास झलकियां.
1. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिल्ली की ज़रुरत भाजपा है. उन्होंने केजरीवाल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आप की सरकार आयी तो आपने अपने वादे को पूरा नहीं किया. 49 दिन सरकार चलाई पर कोई गिरफ्तार नहीं हुआ.
2. कांग्रेस नेता और दिल्ली के पूर्व नेता हारून यूसुफ ने कहा कि हम तो अपने नारों और वादों से मारे गये. आप पर तंज कसते हुए उन्होंने कह दिया कि ये वो फायर ब्रिगेड हैं जिन्हें सात खून माफ हैं.
3. आप नेता मनीष सिसौदिया ने बिजली और पानी के मुद्दे पर सब्सिडी को हथियार बनाया. उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां बताने का काम किया.
4. दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय से जब सवाल पूछा गया कि जो पत्ते उन्होंने सफाई अभियान के दौरान साफ किए थे वो कहां से आए थे? तो सतीश ने जवाब को टाल कर आप पर हमला बोल दिया.
5. फर्जी सफाई अभियान के मामले में सतीश उपाध्याय ने दी सफाई. कहा कि कार्यक्रम के आयोजक कोई और थे बीजेपी का लेना देना नही था.
6. हारून यूसुफ बोले भाजपा ने मुसलमानों को तुलसी के पत्तों की तरह इस्तेमाल किया. ये अपने तरीके से बातों को बताते हैं.
7. दिल्ली का मुख्यमंत्री बीजेपी की तरफ से कौन होगा? इस सवाल पर सतीश उपाध्याय ने कहा, 'हमारा चेहरा हमारा काम होगा. हमारी विचारधारा होगी. हमारे विधायक तय करेंगे कौन होगा मुख्यमंत्री.'
8. सतीश उपाध्याय और मनीष सिसौदिया के बीच भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर जमकर हुई कहासुनी हुई. बीजेपी अध्यक्ष ने आप पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आप अपना घर और कुनबा सम्भालें.
9. हारून यूसुफ और सतीश उपाध्याय सत्र के दौरान लगातार आप की 49 दिन की सरकार के बारे में सवाल उठाते रहे. मनीष सिसौदिया ने जवाब दिया कि 15 सालों में कांग्रेस की दिल्ली सरकार ने सारा शिक्षा तंत्र खराब कर दिया.
10. हारून और सतीश कई मुद्दों पर आप पर हमलावर दिखाई दिए. मनीष सिसौदिया ने कहा कि ये दिल्ली वाले समझदार है.
11. सतीश उपाध्याय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के सवाल पर साफ तौर पर कोई जवाब नहीं दिया. वो बार-बार कहते रहे कि हर पार्टी को संवैधानिक अधिकार है कि वो किसी को भी अपना नेता चुने. लेकिन उन्होंने साफ तौर पर किसी का नाम नहीं लिया.
12. हारून यूसुफ ने अंत मे कहा कि आज कल जब भी कहीं जाते हैं तो कहा जाता है कि ये बेचारे आ गये. हमारी यहां एक कमेटी है वो तय करेगी कि कौन होगा अगला उम्मीदवार.
13. मनीष सिसौदिया लगातार कांग्रेस और भाजपा पर हमला बोलते नज़र आए.