एजेंडा आजतक के दूसरे दिन के दूसरे सेशन 'नया बॉस नई उम्मीदें' सेशन में सीबीआई चीफ अनिल सिन्हा ने केंद्रीय जांच एजेंसी की भूमिका और अपनी जिम्मेदारियों पर बात रखी. पढ़िए दूसरे सेशन की मुख्य झलकियां..
1. अपने नाम के ऐलान के वक्त का किस्सा सुनाया अनिल सिन्हा ने. जब सीबीआई डायरेक्टर के नाम का ऐलान हुआ. मैं बहुत भूखा था. वाइफ से बोल रहा था. मुझे रोटी खाने को दे दो. मगर वे सब टीवी से चिपकी हुई थीं. फिर ऐलान हुआ. तब लगा कि बहुत बड़ी जिम्मेदारी मिली है. मैंने उस वक्त ईश्वर से प्रार्थना की. कि मैं इस दायित्व पर खरा उतरूं. सिन्हा की यह बात सुनते ही तालियां की गड़गड़ाहट हुई.
2. अनिल सिन्हा का जन्म और बचपन डुमरांव में हुआ. उस्ताद बिस्मिल्ला खान भी वहीं के हैं. एमए मनोविज्ञान विषय में किया. एमफिल रणनीतिक अध्ययन में किया. एसपीजी में रहे. चीफ विजिलेंस ऑफिस में भी रहे.
3. अनिल सिन्हा ने बार बार सीबीआई के सहकर्मियों का मेरी टीम कहकर जिक्र किया. उन्होंने कहा कि गलत कारणों से सीबीआई का जिक्र होता है. इस संस्था में ईमानदार अधिकारी हैं, जो बहुत मेहनत से अपना काम करते हैं.
4. अनिल सिन्हा ने साफ किया. कि लोगों की जिज्ञासा अपनी जगह है. मैं उसका कुछ नहीं कर सकता. मगर सीबीआई किसी मामले में क्या जांच कर रही है और कहां तक पहुंची है, ये पब्लिक में कतई नहीं आना चाहिए. इससे काम प्रभावित होता है.
5. सिन्हा बोले, मेरा पद या बयान या काम, सुर्खियां बटोरने की चिंता में नहीं दिखेगा. हमें निर्भय रहना होगा. हर हाल में. हमारी जवाबदेही कानून के प्रति, कोर्ट के प्रति है. मगर हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा कि किसी का शोषण न हो.
6. सिन्हा किसी खुशमिजाज प्रोफेसर से नजर आए. मंच पर चुहल भरे सवालों मसलन पिंजरे में बंद तोते सी सीबीआई पर वह खिलखिलाकर हंस दिए. कई सवालों पर उन्होंने साफ किया कि मीडिया या पॉलिटिक्स अपना काम करते रहें. सीबीआई अपना काम कानून की तरफ करती रहेगी.