'एजेंडा आज तक' के तीसरे सेशन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से दादरी से लेकर बिहार परिणाम तक विभिन्न मुद्दों पर खुलकर चर्चा हुई.
सैफई महोत्सव को लेकर होने वाले बड़े खर्च पर पूछे गए सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा कि अगर सैफई में कार्यक्रम होता है, मैं
नेता जी का जन्मदिन मनाता हूं तो ये मुद्दा क्यों बनाया जाता है. जन्मदिन ऐसे ही मनाया जाता है, ये आप सब जानते हैं. लेकिन समाजवादी पार्टी ने ऐसा
कर दिया तो मुद्दा बन जाता है.
इस चर्चा के दौरान अखिलेश असहिष्णुता के मुद्दे पर भी बोले. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को बढ़ाने से पहले ये सोचें कि बहस कहां से आई? विचार इस पर
करें. हम चाहते हैं कि देश के लोग साथ रहें. दादरी में जो हुआ, वो देश की बुराई है सिर्फ उत्तर प्रदेश की नहीं. बतौर मुख्यमंत्री मैंने कानून के दायरे में
रहकर सबकुछ किया. मुद्दा यह है कि समाज को कौन बांट रहा है. समाज बंटेगा तो नुकसान मेरा होगा. बंदायू मामले पर भी मीडिया ने सही रुख नहीं
अपनाया.
असहिष्णुता के मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा कि इस मुद्दे को बढ़ाने से पहले ये सोचें कि बहस कहां से आई? विचार इस पर करें. हम चाहते हैं कि देश के लोग साथ रहें. दादरी में जो हुआ, वो देश की बुराई है सिर्फ उत्तर प्रदेश की नहीं. बतौर मुख्यमंत्री मैंने कानून के दायरे में रहकर सबकुछ किया. मुद्दा यह है कि समाज को कौन बांट रहा है. समाज बंटेगा तो नुकसान मेरा होगा. बदायूं मामले पर भी मीडिया ने सही रुख नहीं अपनाया.
अखिलेश यादव ने इस चर्चा के दौरान यह भी कहा, दादरी मामले में कानून के अंदर जितना करना चाहिए था हमने वह किया. पुलिस ने पूरा सहयोग किया. सीबीआई जांच की जरूरत क्यों होगी जब दोषी पकड़े गए हैं. लोगों को सरकार पर पूरा भरोसा है.