हिंदी जगत के महामंच एजेंडा के दूसरे दिन के पहले सत्र में कांग्रेस नेता और पूर्व विधि मंत्री कपिल सिब्बल से कांग्रेस की कई नीतियों पर
खुलकर बातचीत हुई. सिब्बल से इस बातचीत के दौरान 2जी घोटाले और नेशनल हेराल्ड का मामला उठा. उनसे यंग इंडिया कंपनी के एजेएल पर नियंत्रण
के बारे में पूछा गया.
जब सिब्बल से पूछा गया कि शेयर होल्डरों को नोटिस क्यों नहीं भेजा गया तो सिब्बल ने सफाई में कहा कि सबकों नोटिस दिया गया था. जो लोग दावा
कर रहे हैं कि उन्हें सूचना नहीं दी गई, वे असल में शेयरहोल्डर ही नहीं हैं. जब सिब्बल को बताया गया कि जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने भी कहा है कि
उन्हें भी पता नहीं चला तो उन्होंने कहा कि जस्टिस काटजू ने शेयर होल्डर बनने के लिए आवेदन ही नहीं किया है.
सिब्बल ने ये आरोप सिरे से नकार दिए कि कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड की संपत्ति हड़पने के लिए यंग इंडियन नाम की कंपनी बनाई. उन्होंने कहा कि
यंग इंडियन बनाने की जरूरत इसलिए पड़ी ताकि नेशनल हेराल्ड को रिवाइव किया जा सके. लोन खत्म हो जाए और शेयर अलॉट हो जाएं. उसका मकसद
सिर्फ इतना ही था.
सिब्बल ने मोदी पर कविता भी लिखी है. जब उनसे यह कविता सुनाने को कहा गया तो वह अंग्रेजी की कविता सुनाने लगे. उनसे हिंदी की कविता
सुनाने का आग्रह करने पर बोले- मन की बात तो करते ही हैं मोदी, कभी ढंग की बात भी कर लें.