एजेंडा आज तक के दूसरे दिन दूसरे सत्र में जम्मू-कश्मीर की पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती से कई मुद्दों पर बात हुई. भारतीय सेना के काम की तारीफ करते हुए महबूबा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सेना ने बहुत मदद की है. जो काम कई वर्षों में होता था, उसे सेना ने कुछ ही समय में कर दिखाया है. बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त एक पुल को सेना के जवानों ने महज 6 महीने में बना दिया था. अब समय बदल चुका है.
महबूबा मुफ्ती ने असहिष्णुता मुद्दे पर भी खुलकर बात की उन्होंने कहा कि इस देश में जितनी सहिष्णुता है, वह कहीं नहीं है. हिंदू धर्म ने भारत को सबसे ज्यादा दिया है. इस्लाम में समानता है. वहां सफाई करने वाला भी शादी में साथ बैठकर खाना खा सकता है. हमें चीन से आगे जाना है तो हमें न्यूक्लियर दौर में नहीं पड़ना चाहिए. हमें अर्थव्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए.
मुफ्ती ने कहा कि आज तक तो पाकिस्तान से जंग ही होती रही है. लेकिन बात भी होनी चाहिए और यदि अभी शांति है तो हमें उस शांति का फायदा
उठाना चाहिए. इतने चुनाव हुए और लोगों ने उनमें हिस्सा लिया. यह अच्छा संकेत है. जब वाजपेयी कश्मीर आए तो उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान से
बात करेंगे. इसलिए ताली दो हाथ से ही बजती है.
इस सत्र के दौरान जब मुफ्ती से जब पूछा गया कि कश्मीर के लिए ISIS कितना खतरनाक है, तो मुफ्ती ने कहा कि मेरे कश्मीर में जब तक मंदिर,
मस्जिद और गुरुद्वारे हैं कश्मीर को कोई खतरा नहीं है. कश्मीर में इस्लाम को सही मायनों में मानने वाले लोग हैं.