खतरा सिर्फ सरहदों पर नहीं है. खतरा सिर्फ पाकिस्तानी आतंकवादियों से नहीं है बल्कि अब खतरा क्या घर के अंदर है. ये है एजेंडा आज तक के टेरर में टेंशन का मुद्दा. इसमें शामिल हुए अहमद जावेद, भीम सिंह बस्सी और एन. एस. मेघारिख.