एजेंडा आजतक के मंच से केन्द्रीय वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि क्या देश के व्यापारी पुरानी वैट की व्यवस्था को वापस चाहते हैं. क्या देश के कारोबारी वापस 17 तरह के टैक्स और 17 तरह के इंस्पेक्टर को अपने दरवाजे पर देखना चाहते हैं.
जेटली के मुताबिक गुजरात के व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी लागू होने के बाद उनकी गुहार पर केन्द्र सरकार ने तुरंत सुधार करने का कदम उठाया है. जीएसटी का हवाला देते हुए जेटली ने कहा कि अब बहुत जल्द ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में टॉप 50 देशों की सूची में शामिल हो सकता है.
जेटली ने कहा कि महज लैंड और पॉवर में हम पिछड़े हैं और हमें ग्लोबल इंडेक्स में इतने नीचे रखा जाता है. इन दोनों दिशा में केन्द्र सरकार प्राथमिकता के साथ काम कर रही है और राज्यों के साथ इन मुद्दों पर बात हो रही है. इन दोनों स्थितियों को जैसे ही सुधार लिया जाता है देश में कारोबार करना बेहद आसान हो जाएगा और इस ग्लोबल सूचि में टॉप 50 में भारत शुमार होगा.
वहीं जीएसटी के बाद महंगाई के सवाल पर अरुण जेटली ने कहा कि देश में महंगाई की गलत रिपोर्टिंग की जा रही है. कुछ महंगाई जो सब्जियों के क्षेत्र में दिखाई दे रही है वह सीजनल है. जेटली के मुताबिक मानसून क बाद सब्जियों के दाम बढ़ते ही हैं.
लेकिन कुछ दिन बाद अपने आप वह स्टेबल हो जाते है. लेकिन इस बार प्रोडक्शन में कमी के चलते कीमतें बढ़ रही हैं तो सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि स्थिति को सामान्य किया जा सके. इन बढ़ती कीमतों का आर्थिक सुधार के फैसलों से कोई लेना-देना नहीं है.