वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जीएसटी पर कांग्रेस द्वारा सवाल उठाने के मुद्दे को हताशा करार दिया है. 'एजेंडा आजतक' के मंच से जेटली ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी विचारधारा से भटक गई है. यूपीए सरकार ने जीएसटी के पक्ष में थी और अब राहुल गांधी विरोध कर रहे हैं. ये विरोध उनका केवल दिखावा है और जनता यूपीए सरकार में हुए भ्रष्टाचार को भूली नहीं है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बीते तीन साल के दौरान जीएसटी के तहत दर्जनों तरह के टैक्स को एकीकृत करने के अलावा मोदी सरकार ने देश में प्रचलित सबसे बड़ा टैक्स 'करप्शन टैक्स' का खात्मा किया है. जेटली के मुताबिक कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स के अलावा यह 'करप्शन टैक्स' भी पनप रहा था, जिसे अब पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है.
जीएसटी को हवाला देते हुए जेटली ने कहा कि अब बहुत जल्द 'ईज ऑफ डूईंग' बिजनेस में टॉप 50 देशों की सूची में शामिल हो सकता है. जेटली ने कहा कि महज लैंड और पॉवर में हम पिछड़े हैं और हमें ग्लोबल इंडेक्स में इतने नीचे रखा जाता है. इन दोनों दिशा में केन्द्र सरकार प्राथमिकता के साथ काम कर रही है और राज्यों के साथ इन मुद्दों पर बात हो रही है. इन दोनों स्थितियों को जैसे ही सुधार लिया जाता है देश में कारोबार करना बेहद आसान हो जाएगा और इस ग्लोबल सूचि में टॉप 50 में भारत शुमार होगा.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के 10 साल पहले देश में सबसे भ्रष्ट सरकार काबिज हुई थी जिसने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया था. उस सरकार के दौर में देश को फ्रेडाइल फाइव कहा जाता था और पॉलिसी पैरालिसिस का आरोप लगता था. मनमोहन सिंह सरकार में घोटाले चरम पर थे. स्पेक्ट्रम और कोल स्कैम से देश की साख खत्म हो चुकी थी. वहीं आजादी के बाद से कांग्रेस के कार्यकाल में देश में आर्थिक गति कभी तेज नहीं थी. उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में सरकार पर एक भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा है, ये हमारी सरकार की बड़ी कामयाबी है.