गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने एजेंडा आजतक के मंच से कहा कि कांग्रेस गुजरात में बेहद कमजोर पार्टी है. रूपाणी के मुताबिक इसी कमजोरी के चलते कांग्रेस ने गुजरात में तीन एजेंटों का सहारा लिया है. लेकिन इन एजेंटों से कांग्रेस को मदद मिलने की संभावना नहीं है क्योंकि खुद इन एजेंट्स की कोई राजनीतिक जमीन नहीं है.
रूपाणी ने तीनों एजेंट को कांग्रेस का आदमी करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ने हार्दिय पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाड़ी को बतौर एजेंट बनाकर कांग्रेस में रखा है. इन्हीं एजेंटों के सहारे कांग्रेस गुजरात में खड़ी होने की कवायद में लगी है. लेकिन गुजरात की जनता ने राहुल गांधी समेत इन तीनों एजेंटों को नकार दिया है.
इसके साथ ही रूपाणी ने कहा कि आगामी चुनावों में यह बात पूरी तरह से साफ हो जाएगी कि गुजरात में जाति, दलित, अगड़ा और पिछड़ा की राजनीति करने वाले कांग्रेस के ये एजेंट पूरी तरह विफल हो चुके हैं. वहीं रूपाणी ने कहा कि राहुल गांधी से गुजरात कांग्रेस को कोई चुनौती नहीं है लेकिन पार्टी की तरफ से प्रचार महज चुनाव को सीरिएसली लेने के लिए किया जा रहे.
इसके अलावा रूपाणी ने कहा कि आगामी चुनावों में कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान नोटबंदी का विरोध करने के कारण मिलेगा. रूपाणी के मुताबिक केन्द्र सरकार के इस फैसले से देश में कारोबार को बढ़ाने और मजबूत करने में मदद मिली है और इसीलिए कांग्रेस का विरोध अब उसके लिए वोटबंदी का कारण बन जाएगा.