एमपी, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी को हरा दिया है. यह जीत किसी पार्टी की नहीं जनता की है. एमपी का चुनाव जनता बनाम बीजेपी के बीच हुआ. 2019 का चुनाव बीजेपी बनाम देश की जनता के बीच होगा. हमसे गलतियां हुईं नहीं तो कांग्रेस का 2014 में यह हाल नहीं होता. यह कहना है कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का. उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता के तौर पर मैं यह स्वीकार करता हूं लेकिन क्या बीजेपी का कोई लीडर इस तरह से स्वीकार करेगा कि उनसे गलतियां हुई हैं.
राजदीप के इस सवाल पर कि यह किस तरह की गलतियां थीं. सिंधिया ने इन बातों को टालते हुए कहा कि अगर हम इसे बताने लगे तो कई घंटे लग जाएंगे. उन्होंने यह भी पूछा कि बीजेपी में वो कौन लोग हैं जिन्होंने गलतियां स्वीकार कीं. सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस गलतियों से सीखती है और यह इसी का असर है कि तीनों राज्यों में पार्टी को सफलता मिली है. सिंधिया ने कहा कि बीजेपी के जो वाहक हैं वह आगे की तरफ नहीं देखते हैं वह केवल रियर व्यू में देखते हैं.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता सिर्फ आरोप मढ़ते हैं. उनका कहना होता है कि 70 साल में कुछ नहीं किया गया. लेकिन किसी मुद्दे पर चर्चा करने से भागते हैं. राफेल का सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा को लगता है कि इसमें कोई घोटाला या गड़बड़ी नहीं की गई है तो वो इसकी जांच जेपीसी से कराने को तैयार क्यों नहीं होते. अगर भाजपा को लगता है कि सबकुछ ठीक है तो फिर तो जांच कराई जानी चाहिए.
आप 15 साल के शासन को खत्म नहीं पाए. इस पर सिंधिया ने कहा कि हम किसी को खत्म करने की बात नहीं करते. प्रजातंत्र में विपक्ष नहीं एक मजबूत विपक्ष का होना जरूरी है. मतभेद होने से समाधान निकलता है. सिंधिया ने कहा कि हम जीते हैं लेकिन बहुत बारीकी से. सिंधिया ने 1994-96 की बीजेपी और आज की बीजेपी में बहुत अंतर बताया. उन्होंने कहा कि बाजपेयी इंसान थे, आज भी कूटनीतिज्ञों की जरूरत नहीं है आज अच्छे इंसानों की जरूरत है. चुनावी साल आ रहा है क्या आरोप प्रत्यारोप का दौर बढ़ता जाएगा इस पर सिंधिया का कहना था कि सत्ता पक्ष की कमियों को उजागर करना विपक्ष का काम है. विपक्ष को आरोप लगाने के साथ समाधान भी बताना चाहिए.
पीएम के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि राहुल गांधी को देश का पीएम बनना चाहिए. हालांकि उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मत है. लेकिन राहुल गांधी में देश को आगे ले जाने की क्षमता है. राहुल गांधी पीएम के लिए 100 फीसदी तैयार हैं.