scorecardresearch
 

सड़क नहीं रेयर व्यू मिरर पर है केंद्र सरकार के ड्राइवर की नजरः सिंधिया

एजेंडा आजतक में पहुंचे कांग्रेस के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने केंद्र सरकार को जमकर घेरा.

Advertisement
X
अजेंडा आजतक में कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया [फोटो-आजतक]
अजेंडा आजतक में कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया [फोटो-आजतक]

Advertisement

एमपी में कांग्रेस के कैंपेनर रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बीजेपी के नेता सिर्फ आरोप मढ़ते हैं. वो कहते हैं कि 70 साल में कांग्रेस ने कुछ नहीं किया. उन्होंने कहा कि सड़क नहीं रेयर व्यू मिरर पर केंद्र सरकार के ड्राइवर नजर रहती है. लेकिन ये लोग किसी मुद्दे पर चर्चा करने से भागते हैं. सिंधिया ने राफेल का सवाल उठाते हुए कहा कि अगर भाजपा को लगता है कि इसमें कोई घोटाला या गड़बड़ी नहीं की गई है तो वो इसकी जांच जेपीसी से कराने को तैयार क्यों नहीं होते. अगर भाजपा को लगता है कि सबकुछ ठीक है तो फिर तो जांच कराई जानी चाहिए.

भाजपा सरकार ने देश में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है, इसीलिए 3 राज्यों में जनता ने उसे सबक सिखा दिया और अब वहां कांग्रेस की सरकार है. सिंधिया ने कहा कि बीजेपी के जो वाहक हैं वह आगे की तरफ नहीं देखते हैं वह केवल रियर व्यू में देखते हैं. सिंधिया ने कहा कि एमपी का चुनाव जनता बनाम बीजेपी के बीच हुआ. 2019 का चुनाव बीजेपी बनाम देश की जनता के बीच होगा. हमसे गलतियां हुईं नहीं तो कांग्रेस का 2014 में यह हाल नहीं होता. उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता के तौर पर मैं यह स्वीकार करता हूं कि गलतियां हुईं लेकिन क्या बीजेपी का कोई लीडर इस तरह से स्वीकार करेगा.  

Advertisement

आप 15 साल के शासन को खत्म नहीं कर पाए. इस पर सिंधिया ने कहा कि हम किसी को खत्म करने की बात नहीं करते. प्रजातंत्र में विपक्ष नहीं एक मजबूत विपक्ष का होना जरूरी है. मतभेद होने से समाधान निकलता है. सिंधिया ने कहा कि हम जीते हैं लेकिन बहुत बारीकी से. सिंधिया ने 1994-96 की बीजेपी और आज की बीजेपी में बहुत अंतर बताया. उन्होंने कहा कि बाजपेयी इंसान थे, आज भी कूटनीतिज्ञों की जरूरत नहीं है, आज अच्छे इंसानों की जरूरत है. चुनावी साल आ रहा है क्या आरोप प्रत्यारोप का दौर बढ़ता जाएगा इस पर सिंधिया का कहना था कि सत्ता पक्ष की कमियों को उजागर करना विपक्ष का काम है. विपक्ष को आरोप लगाने के साथ समाधान भी बताना चाहिए.

बाजपेयी और नरेंद्र मोदी की तुलना किए जाने पर सिंधिया ने कहा कि दोनों की तुलना ठीक नहीं है. उन्होंने कोई ऐसा पीएम नहीं देखा जो अपने सीएम को राजधर्म का पालन करने की बात करे. सिंधिया ने कहा कि बीजेपी को हराना लक्ष्य नहीं है देश को जिताना लक्ष्य है.

Advertisement
Advertisement