आजतक के खास कार्यक्रम 'एजेंडा आजतक' में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश अब फिल्मों की शूटिंग का नया हब बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन डेढ़ साल में उत्तराखंड में करीब 46 फिल्मों की शूटिंग की गई. महेश भट्ट, राजामौली समेत कई बड़े डॉयरेक्टर प्रदेश में अपनी फिल्म-सीरियल की शूटिंग कर रहे हैं.
महेश भट्ट से अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार मैं महेश भट्ट जी से मिला. वह रोमानिया जा रहे थे अपनी फिल्म की शूटिंग करने. मैंने उनसे कहा कि उत्तराखंड में भी एक रोमानिया है. उसके बाद महेश भट्ट अपनी बेटी पूजा भट्ट और टीम मेंबर्स के साथ उत्तराखंड आए. उन्हें मैंने केदारनाथ, बदरीनाथ के आगे कई लोकेशन दिखाए. इसके बाद उन्होंने रोमानिया को छोड़कर प्रदेश में शूटिंग करने का वादा किया. महेश भट्ट के अलावा कई डॉयरेक्टर के फिल्मों की शूटिंग प्रदेश में होने वाली है.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि पिछली सरकार ने प्रदेश में फिल्मों की शूटिंग करने पर 10 हजार रुपये प्रति दिन का शुल्क लगाया हुआ था. इस शुल्क को हमने हटा दिया है. अब प्रदेश में किसी भी फिल्म की शूटिंग के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा. उन्होंने कहा कि फिल्मों की शूटिंग से प्रदेश को बहुत फायदा होता है. इससे राज्य में पर्यटन बढ़ेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा.
वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर रावत ने कहा कि अगर रावण को मारना है तो लंका जलानी ही पड़ेगी. बगैर त्याग, बलिदान के हम कुछ प्राप्त नहीं कर सकते हैं. हमें सुधार के लिए तैयार रहना चाहिए. 2029 में ही सही लेकिन वन नेशन वन इलेक्शन हो. पंचायत से लेकर लोकसभा का चुनाव एक साथ हो.
तीन राज्यों में हुई हार पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जब चुनाव लड़ते हैं तो पता होता है कि एक ही जीतेगा. भय की कोई बात नहीं है. 2019 के चुनाव में लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा देखकर वोट देंगे. उन्होंने कहा कि भारत में हिंदुत्व को किसी पूजा पद्धति से जोड़ना सही नहीं है. हिंदुत्व जीवन जीने की पद्धति है. हम इसे किसी संप्रदाय से न जोड़े.