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छत्तीसगढ़ में अति आत्मविशास की वजह से हुई हार: त्रिवेंद्र सिंह रावत

तीन राज्यों बीजेपी को मिली हार को देखते हुए सवाल उठ रहे हैं कि लोकसभा में पार्टी का प्रदर्शन कैसा रहेगा. इस सवाल के जवाब में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा यह हार हमें इसलिए मिली है ताकि हम आगामी लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से आएं.

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त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड
त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड

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हिंदी जगत का महामंच 'एजेंडा आजतक' देश की राजधानी दिल्ली में सज चुका है. तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मध्य प्रदेश के नतीजों को वे हार नहीं मानते, लेकिन छत्तीसगढ़ में अति आत्मविश्वास के कारण हारे.

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली हार पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जनता के सर्टिफिकेट को सहर्ष स्वीकार किया जाना चाहिए. रावत ने कहा मध्य प्रदेश में हम हारे नहीं है. सत्ता से अलग हुए है. राजस्थान में राजनीतिक पंडित गलत साबित हुए. राजस्थान ने अपना इतिहास दोहराया. लेकिन छत्तीसगढ़ को लेकर हम चिंतित है. अति आत्मविश्वास ने हमें छत्तीसगढ़ से अलग करा दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस मुक्त भारत के नारे पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इसका मतलब भ्रष्टाचार मुक्त भारत है. विकास में सबसे बड़ी बाधा भ्रष्टाचार है और कांग्रेस भष्टाचार का पर्याय बन गई थी. भ्रष्टाचार समाप्त नहीं हो सकता लेकिन इसे कम किया जा सकता है.

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रावत ने कहा कि चुनाव में हार-जीत होती है. शायद यह हार इसलिए हुई है क्योंकि 2019 में प्रचंड बहुमत के साथ आए. हम जब चुनाव लड़ते हैं तो पता है एक को जीतना है. इसलिए भय की कोई बात नहीं है. 2019 के चुनाव में लोग देखेंगे कि चेहरा कौन है. जनता चेहरा देखकर वोट देगी.

वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अगर रावण को मारना है तो लंका जलानी ही पड़ेगी. बगैर त्याग, बलिदान के हम कुछ प्राप्त नहीं कर सकते हैं. हमें सुधार के लिए तैयार रहना चाहिए. 2029 में ही सही लेकिन वन नेशन वन इलेक्शन हो. पंचायत से लेकर लोकसभा का चुनाव एक साथ हो.

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