जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग हो जाने के बाद सभी दल विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ संभावित गठबंधन के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की समस्या के समाधान के लिए पीडीपी का एक प्रस्ताव है और उस प्रस्ताव के मद्देनजर वो किसी भी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार हैं.
आपको बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला किसी भी दल से चुनाव पूर्व गठबंधन से इनकार कर चुके हैं. लेकिन पीडीपी की मुखिया ने कहा कि जब हमने बीजेपी के साथ हाथ मिलाया तो हम एक प्रस्ताव लेकर साथ आए थे. लेकिन उन्हें मालूम था कि बीजेपी के साथ बहुत दिनों तक सरकार नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि जब बीजेपी से हाथ मिलाया जा सकता है तो कश्मीर के समाधान के लिए किसी भी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार हैं.
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पहले कश्मीर की समस्या मुख्यधारा की समस्या नहीं मानी जाती थी. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कश्मीर की समस्या को मेनस्ट्रीम किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़कर जब मुफ्ती साहब ने पीडीपी बनाई तो इसके पीछे मकसद था कि कश्मीर की समस्या का समाधान निकले जिसमें सभी की आवाज शामिल हो.
गौरतलब है कि बीजेपी के समर्थन वापसी के बाद जम्मू-कश्मीर में महूबूबा सरकार गिर गई थी, लेकिन राज्यपाल ने विधानसभा भंग नहीं की थी. सरकार गिरने के कुछ महीनों बाद जब पीडीपी, एनसी और कांग्रेस ने साथ आकर सरकार बनाने का दावा किया तब राज्यपाल ने बड़े ही नाटकीय घटनाक्रम में पैमाने पर दल बदल का हवाला देते हुए विधानसभा भंग कर दी थी.