बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम ने एजेंडा आज तक 2018 में म्यूजिक इंडस्ट्री और अपनी निजी जिंदगी से जुड़े कुछ पहलुओं पर बातचीत की. एक दौर में अजान के वक्त बजने वाले लाउडस्पीकर का विरोध करके विवादों में आने वाले सोनू ने कहा कि उनकी नाराजगी अजान नहीं नियमों के खिलाफ बजने वाले लाउडस्पीकर से थी.
सुरीला सोनू सेशन के दौरान जब सुशांत मेहता ने सवाल पूछा कि आपको गुस्सा क्यों आता है? सिंगर ने कहा, "गुस्सा तो मेरा अभी लोगों ने देखा ही नहीं है. मैं बस वो बात कहता हूं जिसको नहीं मानने पर आपकी अक्ल कम नजर आएगी."
"मैं विवादों में नहीं रहता. मैं ऐसी बात करता हूं जिसको यदि आप सपोर्ट नहीं करेंगे तो आपकी अक्ल कम दिखेगी. जब मैंने लाउडस्पीकर की बात कही थी तो जिन लोगों ने उस बात को सपोर्ट नहीं किया उनकी अक्ल कम दिखी. बात हम लीगल कर रहे हैं."
सोनू ने अपने काम से तुलना करते हुए रात 10 बजे के बाद शोर नहीं करने के नियम की पैरवी की. 10 बजे के बाद हम लोग शो नहीं करते. अगर मैं अपने घर के बाहर भोंपू लगा कर अगर गीता का पाठ चला दूं तो चलेगा?"
उन्होंने कहा, "हम एक समाज में रह रहे हैं जहां हमारी जिम्मेदारियां भी तो होती हैं. सिर्फ अधिकार ही तो नहीं होते है. हमने स्कूल में पढ़ा था. सोनू बोले- जब अधिकार होते हैं तो उतनी ही जिम्मेदारियां भी होती हैं. यदि नियम बनाए गए हैं तो उन्हें फॉलो किया जाना चाहिए. कहा जाता है कि 10 बजे के बाद मत गाइए हम नहीं गाते हैं.
उन्होंने कहा "आप अजान न कहें, बात अजान की नहीं लाउडस्पीकर की है. अजान बोल-बोलकर आप लोगों ने (मीडिया ने) भी खराब कर दिया. सोनू ने कहा कि लाउडस्पीकर पर अगर आप मेरी मां की लोरी भी चलाएंगे तो मुझे बुरा लगेगा. हमें नियमों का पालन करना चाहिए. किसी भी अच्छे और सुसंस्कृत देश में नियमों का पालन किया जाता है. अकड़ में नहीं रहा जाता कि हम करके दिखाएंगे, तोड़ के दिखाएंगे."