केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि उनकी पार्टी की सोच यह है कि जाति नहीं, मेरिट के आधार पर नेता तय किए जाएं, भले ही इसमें तात्कालिक रूप से पार्टी को नुकसान होता हो. दिल्ली में आयोजित 'एजेंडा आजतक 2019' के समापन सत्र को संबोधित करते हुए अमित शाह ने यह बात कही.
क्या कहा अमित शाह ने
झारखंड में नॉन ट्राइबल, हरियाणा में खट्टर, महाराष्ट्र में फडणवीस को नेता बनाया गया तो क्या आप राज्यों की नॉन-डामिनेंट कास्ट के लोगों को सीएम बनाकर नया तरीका अपना रहे हैं, इस सवाल पर अमित शाह ने कहा, 'आखिर किसी नेता को तो लोकतंत्र में जातिवाद, ब्लॉक के आधार पर नहीं बल्कि प्रदर्शन के आधार पर चयन करने की शुरुआत करनी थी तो यह मोदी जी ने किया. हो सकता है कि इसका अस्थायी नुकसान हमे भुगतना पड़े.'
जातिवाद, परिवारवार को खत्म करना होगा
उन्होंने कहा, 'हमने मेरिट के आधार पर फैसले किए हैं. यह देश की डेमाक्रेसी को सुधारने, उसे दिशा देने का हमार प्रयास है. जातिवाद, परिवारवाद, तुष्टिकरण तीनों को देश की राजनीति से निकलाकर बाहर करना चाहिए क्योंकि ये तीनों मेरिट को खा जाते हैं. समान संभावना, समान मौका सबको नहीं देते.
उन्होंने कहा कि हम सरकार चलाने के लिए नहीं बल्कि देश की समस्याओं का समाधान करने आए हैं. हम राजनीति नहीं करना चाहते, देश को अच्छा बनाना चाहते हैं.'
कांग्रेस ने धर्म के आधार पर विभाजन क्यों किया
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने देश का विभाजन धर्म के आधार पर किया. इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ यह कटु सत्य है, कांग्रेस ने धर्म के आधार पर किया. ये नहीं होना चाहिए था. इसमें बहुत से लोगों का नुकसान हुआ. उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस ऐसा बयान देगी कि पाकिस्तान और बांग्लादेश में जो भी मुसलमान हैं उनको हम सबको नागरिकता दे दें.