देश के गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून, NRC, जामिया समेत देश भर में हो रहे विरोध, अयोध्या, देश की अर्थव्यवस्था समेत कई मुद्दों पर अपनी बातें रखीं. गृहमंत्री अमित शाह एजेंडा आजतक 2019 के 'शाह है तो संभव है' सेशन में बोल रहे थे. उन्होंने इस समय देश में उठ रहे विभिन्न सवालों के करीब डेढ़ घंटे तक जवाब दिए.
अर्थव्यवस्था के सवाल पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारी सरकार में जीडीपी 4 फीसदी से 7.8 फीसदी तक गई थी, हालांकि हमने 10 फीसदी तक ले जाने का वादा जरूर किया था. उन्होंने कहा कि तत्कालीन स्थिति 4.5 फीसदी पर स्थिर नहीं रहेगा, यह वैश्विक आर्थिक सुस्ती का असर है. उन्होंने कहा कि बड़ी इकॉनोमी के मुकाबला हमारी अर्थव्यवस्था ज्यादा कम नहीं हुई है और जल्द ही हम लक्ष्य हासिल कर लेंगे.
जल्दी सुधर जाएगी विकास दर
अमित शाह ने कहा कि पूरी दुनिया वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से अर्थव्यवस्था को लेकर उठाए गए कदमों तारीफ करती है. उन्होंने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि एक-दो तिमाही में ही अर्थव्यवस्था और विकास दर सुधर जाएगी. शाह ने कहा कि पूरी दुनिया में इकॉनोमी को बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं और आगे भारत के साथ-साथ पूरी विश्व की अर्थव्यवस्था ऊपर आनी है.
अमित शाह ने कहा कि इकॉनोमी में दो तिमाई पांच साल नहीं होते हैं और हमने जो लक्ष्य तय किए हैं उन्हें हासिल किया जाएगा. शाह ने कहा कि अर्थव्यवस्था का यह गतिरोध अस्थाई है और निर्मलाजी के नेतृत्व में 8 अलग-अलग तरह के पैकेजे और घोषणाएं आई हैं जिनके परिणाम अगली तिमाई तक दिखने लगेंगे.