'एजेंडा आजतक-2019' के मंच पर मंगलवार को गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे. यहां उन्होंने नागरिकता कानून, NRC सहित कई मुद्दों पर बेबाक तरीके से अपनी राय रखी. 'शाह है तो संभव है' सत्र में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हम कतई नहीं मानते की भारत हिंदू राष्ट्र बने क्योंकि हम संविधान को ही भारत का धर्म मानते हैं.
एनआरसी से डरने की जरूरत नहीं
क्या आज की बीजेपी भारत को हिंदू राष्ट्र की तरह देखती है? इस सवाल पर अमित शाह ने कहा, 'बिल्कुल नहीं, हम भारत को संविधान के मुताबिक देखते हैं. देश का एक ही धर्म हो सकता है, वह है भारत का संविधान. यह देश सभी धर्मों के लोगों का है. इस देश में किसी को भी एनआरसी से डरने की जरूरत नहीं है. हम माइनॉरिटी को ये समझाने के लिए विशेष प्रयास करेंगे क्योंकि उनमें भ्रम फैलाया गया. उन्होंने कहा कि जब बाहर से कोई आता है तो वह हिंदू-मुसलमान सबके लिए खतरा बनता है. दोनों के लिए ये घुसपैठिए दीमक होते हैं, हमें कभी भी नागरिकता को हल्के में नहीं लेना चाहिए.
मुख्यमंत्री को मना करने का अधिकार नहीं
गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कहा कि किसी भी मुख्यमंत्री को नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के लिए मना करने का कोई अधिकार नहीं है. जब संसद ने कानून बना दिया तो ये पूरे देश में लागू होगा. आजतक और इंडिया टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल के साथ इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'ये सारे राजनीतिक बयान हैं. नागरिकता केंद्र का विषय है. जब इसे संसद के दोनों सदनों ने पास कर दिया है तो यह पूरे देश में लागू हो जाएगा. किसी भी राज्य को मना करने का अधिकार नहीं है.
वहीं, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा केरल और पंजाब ने पहले ही कह रखा है कि नागरिकता संशोधन कानून को अपने यहां लागू नहीं होने देंगे. पुलिस प्रशासन राज्यों के पास है और अगर इसे लागू नहीं करते हैं तो क्या होगा इस पर अमित शाह ने कहा, 'थोड़ा समय जाने दीजिए. आप भी हैं और मैं भी हूं.'
एजेंडा आजतक में ये हस्तियां पहुंचीं
हिंदी जगत के महामंच 'एजेंडा आजतक ' के दूसरे दिन मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, रविशंकर प्रसाद और पीयूष गोयल, आर्मी चीफ बिपिन रावत, क्रिकेटर युवराज सिंह, हरभजन सिंह, अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, एक्टर अक्षय कुमार, आयुष्मान खुराना समेत कई बड़ी हस्तियों ने शिरकत की.