'आजतक' के हिंदी जगत के महामंच 'एजेंडा आजतक' के आठवें संस्करण के पहले दिन ‘मंदिर वहीं बनेगा' सत्र में राम मंदिर निर्माण को लेकर बात हुई. किशोर कुणाल ने कहा कि अगले साल दीवाली तक गर्भगृह बन जाना चाहिए. हालांकि विश्व हिंदू परिषद के नेता आचार्य धर्मेंद्र इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते. उन्होंने कहा कि आचार्य जी जिन प्रधानमंत्री जी का स्तुतिगान कर रहे हैं. वे महामहिम आजतक अयोध्या में टेंट में मौजूद राम का दर्शन करने नहीं गए. फुटपाथ पर जो हमारे माता-पिता पड़े हुए हैं, उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे कि जबतक भव्य भवन नहीं बनेगा, तब तक फुटपाथ पर पड़े माता-पिता को देखेंगे ही नहीं. अद्भुत तर्क है. मेरा मानना है कि ऐसे मामलों को राजनीति में न घसीटा जाए.
आचार्य धर्मेंद्र ने अशफाक उल्ला खां की एक कविता भी सुनायी.
जाऊंगा खाली हाथ मगर, यह दर्द साथ ही जायेगा,
... जाने किस दिन हिन्दोस्तान, आजाद वतन कहलायेगा.
बिस्मिल हिन्दू हैं कहते हैं, फिर आऊंगा-फिर आऊंगा,
... ले नया जन्म ऐ भारत मां! तुझको आजाद कराऊंगा.
जी करता है मैं भी कह दूं, पर मजहब से बंध जाता हूं,
... मैं मुसलमान हूं पुनर्जन्म की बात नहीं कह पाता हूं.
हां, खुदा अगर मिल गया कहीं, अपनी झोली फैला दूंगा,
... और जन्नत के बदले उससे, यक नया जन्म ही मांगूंगा.
अयोध्या में भव्य मंदिर बने- राम विलास वेदांती
राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती ने सुप्रीम कोर्ट की ओर मंदिर को लेकर ट्रस्ट बनाए जाने के आदेश पर कहा कि ट्रस्ट बनना चाहिए, लेकिन यह ट्रस्ट सरकारी ट्रस्ट के रूप में नहीं होना चाहिए.
राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती ने कहा कि मंदिर को लेकर ट्रस्ट बनना चाहिए, लेकिन ध्यान रखना होगा कि यह सरकारी ट्रस्ट न बन जाए. उन्होंने कहा कि अभी केंद्र में बीजेपी की सरकार है तो ठीक है. लेकिन कल को राम विरोधी सरकार आ जाए और वह कहे कि बगल में मस्जिद बनाएंगे तो क्या होगा. उन्होंने कहा कि देश के हर तबके को मंदिर निर्माण से जोड़ना चाहिए.
राम विलास वेदांती ने कहा कि वह चाहते हैं कि अयोध्या में भव्य मंदिर बने. मंदिर इतना भव्य बने कि दुनियाभर के पर्यटक अयोध्या घूमने आएं. यह नगरी भगवना राम की धरती है और इसे पर्यटक स्थल के रूप में घोषित किया जाना चाहिए.
हालांकि ट्रस्ट के गठन को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के आचार्य धर्मेंद्र ने कहा कि राम जन्मभूमि न्यास एक बेहद पुराना ट्रस्ट है. मंदिर को लेकर आंदोलन चलाने में इसकी बड़ी और अहम भूमिका रही है. इसके रहते किसी और ट्र्स्ट की जरूरत नहीं थी, लेकिन अब जब फैसला हो गया है तो इसको लेकर अप्रिय विवाद नहीं होना चाहिए.
'एजेंडा आजतक' का आठवां संस्करण शुरू
19 साल से लगातार भारत का नंबर वन न्यूज चैनल रहे 'आजतक' के हिंदी जगत के महामंच 'एजेंडा आजतक' के आठवें संस्करण की शुरुआत सोमवार सुबह वंदे मातरम के साथ हुई. इसके बाद इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने स्वागत भाषण दिया.
एजेंडा आजतक अन्य इवेंट्स की नींवः कली पुरी
वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने एजेंडा आजतक के महत्व के बारे में बताते हुए इस आयोजन को अपने सभी कार्यक्रमों की नींव बताया. कली पुरी ने कहा कि सभी तरह के विचारों को बगैर किसी दबाव और रोक-टोक के साथ आपके सामने प्रस्तुत करना हमारा प्रमुख एजेंडा है. हिंदी जगत के महामंच का यह आठवां संस्करण है.
उन्होंने आगे कहा कि यह वो एजेंडा आजतक है जिसने दूसरे और कार्यक्रमों का आयोजन किया है. एजेंडा आजतक का पहला एडिशन 2012 में हुआ था. उस समय आजतक का कोई और इवेंट नहीं था. इस एक इवेंट ने नक्शा ही बदल दिया. दिल्ली के ली मेरिडियन होटल में आयोजित दो दिवसीय 'एजेंडा आजतक' 16 और 17 दिसंबर 2019 चलेगा.