दिल्ली में विचारों का महामंच 'एजेंडा आजतक' दूसरे दिन भी जारी है. कार्यक्रम में राजनीति से लेकर मनोरंजन और खेल जगत से जुड़ी नामचीन हस्तियां हिस्सा ले रही हैं. 'किसके साथ किस पर विश्वास' नाम के सेशन में लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी शिरकत की.
असदुद्दीन ओवैसी से सवाल-जवाब कर रही थीं आजतक की वरिष्ठ पत्रकार अंजना ओम कश्यप. मंच पर असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात पर पार्टी की हार, यूनिफॉर्म सिविल कोड, धार्मिक कट्टरता जैसे विषयों पर अपने विचार रखे. उन्होंने मोदी की सफलता के राज भी खोले.
क्या गुजरात में मोदी मेनिया है?
उनसे पूछा गया कि क्या गुजरात में मोदी मेनिया है? इसपर ओवैसी ने कहा कि ऐसा नहीं है. असल में जब सामने लड़ने वाला ही घुटने टेक देता है, तो ये होता है. कांग्रेस ने घुटने टेक दिए. उन्होंने कहा कि मैं ऐसा भी कह सकता हूं कि केजरीवाल ने जाकर कहा कि हम एमसीडी जीत जाएंगे और आप गुजरात जीत जाएं. इसपर अंजना ने सवाल किया कि क्यों दोनों की डील हुई होगी? तो ओवैसी बोले कि मैं ऐसा कह नहीं रहा हूं, लेकिन बोल सकता हूं. आप मुझे किसी भी टीम का टैग बना दीजिए, अल्लाह जानता है कि मैं किसका हूं.
उन्होंने कहा कि गोपालगंज में मेरे 4 एमएलए को राजद ने खरीद लिया. सीमांचल की जनता की पीठ में खंजर भोंका. तब कोई चीख-पुकार नहीं हुआ, लेकिन जब महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार चली गई तो डेमोक्रेसी का टेररिज़्म हो रहा है.
'मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि...'
उन्होंने कहा कि बीजेपी कम्यूनल है. ऐसा इसलिए कि बीजेपी इंडियन नेशनलिज़्म के खिलाफ है. बीजेपी हिंदू नेशनलिज़्म लाना चाहती है, जिसका जिक्र पीएम ने रॉयटर्स के इंटरव्यू में कहा था. इंडियन नेशनलिज़्म में सब आते हैं ये इनक्लूसिव होता है, मगर पीएम हिंदू नेशनलिज़्म की बात करते हैं. आप सही कह रहे हैं कि बीजेपी कुछ नहीं है, सब मोदी है. मोदी की वजह से जीत रहे हैं. मोदी नहीं तो ये सब सूखे पत्तों की तरह उड़ जाएंगे.
मैं फैन नहीं हूं मोदी का. मैं बस सच्चाई बता रहा हूं. सच ये है कि मोदी पॉपुलर हैं, दूसरे पॉपुलर नहीं हैं. मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि उन्होंने कहा कि 2002 में उन्होंने सबक सिखाया था. इसका असर देखिए क्या होने वाला है.मोदी जी को ये सोचना चाहिए कि उनकी लिगेसी क्या होगी. जब उनकी पॉलिटिकल लिगेसी के बारे में लिखा जाएगा तो 2002 लिखा जाएगा, बिल्किस बानो लिखा जाएगा, जकिया जाफरी के बारे में लिखा जाएगा, नरोदा पाटिया के बारे में लिखा जाएगा, CAA के कानून के बारे में लिखा जाएगा.