Agenda Aaj Tak 2024: गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को आजतक के कार्यक्रम एजेंडा आजतक के मंच पर पहुंचे. गृह मंत्री ने 'शाह है तो संभव है' सेशन में महाराष्ट्र में सीएम के चुनाव पर कहा कि एकनाथ शिंदे जी की नाराजगी की कोई वजह नहीं थी. उन्होंने कहा कि हमारी काफी ज्यादा सीटें हैं. हमारी सीटें ज्यादा थीं लेकिन हमने उनको सीएम बनाया और ढाई साल मजबूती से चट्टान की तरह उनके पीछे खड़े रहे.
उद्धव ठाकरे ने हमारे साथ विश्वासघात किया!
महाराष्ट्र चुनाव नतीजों को लेकर सवाल पर कहा कि लोकसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को मेजॉरिटी मिला था. गृह मंत्री ने कहा कि शिवसेना जिन सीटों पर लड़ी थी, वहां हम जीत नहीं सकते थे. उद्धव ठाकरे ने हमारे साथ विश्वासघात किया था. जनता ने वो भी जेहन में रखा और ढाई साल की सरकार ने जो विकास के काम किए और नरेंद्र मोदी सरकार की 10 साल की लीगेसी भी थी. कुल मिलाकर महाराष्ट्र की जनता ने जनादेश दिया.
नक्सलवाद 31 मार्च 2026 से पहले होगा खत्म!
नक्सलवाद को लेकर सवाल पर अमित शाह ने कहा कि 31 मार्च 2026 के पहले हम भारत को नक्सल से मुक्त करा देंगे, ये मेरा विश्वास है. सालों से ये समस्या नासूर बनी थी. आज इस पूरे कॉरिडोर में से बिहार, यूपी, कमोबेश महाराष्ट्र निकल गया है.
गृह मंत्री ने कहा कि 70 परसेंट नक्सल की स्ट्रेंथ हमने एक साल के अंदर समाप्त कर दिया. यही फर्क है कांग्रेस और बीजेपी की सरकारों में. हम वोटबैंक की राजनीति नहीं करते. उन्होंने यह भी कहा कि करना जवानों को है और वहां की सरकारों को है.
बांग्लादेश के सवाल पर क्या बोले गृह मंत्री?
बांग्लादेश से घुसपैठ के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि 96 फीसदी सीमा पर फेंसिंग हो चुकी है. चार फीसदी सीमा खुली है. नदी, नाले पहाड़ और उबड़-खाबड़ जमीन है जहां पर फेंसिंग हो ही नहीं सकती. वो गांव चिह्नित करके हमने राज्य सरकारों को भेजा है कि कोई राशन कार्ड, आधार कार्ड बनवाने कोई आता है तो उसकी पूछताछ ढंग से हो.
ओडिशा में, असम में रुक गया है. बंगाल और झारखंड में नहीं रुक रहा. क्योंकि वहां की सरकारें इस पर काम नहीं कर रहीं, हम पर आरोप मढ़ रही हैं. क्या कर रहा है आपका पटवारी और पुलिस. क्या राज्य की सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी राज्य की नहीं. इससे नीचे स्तर की राजनीति हमने नहीं देखी.
मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर सवाल पर अमित शाह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में मैटर है. मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. नहीं तो राहुल गांधी कहेंगे कि जो कहते हैं वो सुप्रीम कोर्ट कर रहा है. जब सुप्रीम कोर्ट इस पर सुनवाई शुरू कर चुका है तो मैं टिप्पणी नहीं करूंगा