अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले बुधवार से आजतक का दो दिवसीय 'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम हो रहा है. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शामिल हुए.
अखिलेश ने इस दौरान 'PDA' पर खुलकर बात की. पीडीए असल में अखिलेश यादव का दिया हुआ शब्द है. इसमें P से पीड़ित, D से दलित और A से अल्पसंख्यक हैं. लेकिन अब अखिलेश ने बताया कि इसमें A का मतलब अल्पसंख्यक, अगड़े और आदिवासी भी है.
इस दौरान अखिलेश ने ये भी दावा किया कि पीडीए ही एनडीए को हराएगा. उन्होंने कहा कि कभी मंडल कमीशन ने पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों को न्याय देने की बात रखी थी. ए से अगड़ा भी है, आदिवासी भी है, अल्पसंख्यक भी है. मैं सवाल करता हूं कि नौकरियों में कहां है पीडीए? सबसे ज्यादा पिछड़े, दलित, आदिवासी पर अन्याय हो रहा है.
मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को लेकर भी अखिलेश ने अपनी बात रखी. अखिलेश ने कहा कि जो सीएम बने हैं, यादव जी, उन्हें पार्टी ने एक बड़े पद पर मौका दिया है. उस कुर्सी पर जिस भावना से आपको बैठाया गया है, आप पीडीए का ख्याल रखिएगा. पीडीए आबादी में सबसे अधिक अगर कहीं है तो वह एमपी में है. वहां पीडीए 70 फीसदी से ज्यादा हैं. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि पहली कैबिनेट बैठक में पिछड़ो को 27 फीसदी आरक्षण देने का फैसला लिया जाएगा.
शिवराज को सीएम नहीं बनाने पर कसा तंज
इस दौरान अखिलेश ने शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि जिस सीएम ने लाडली बहना योजना चलाई, उन मामा का क्या हुआ? अगर आपकी स्कीम ठीक थी, और सरकार बनी तो जिसने स्कीम लागू की उसको क्यों सजा दी? अखिलेश ने कहा कि उनके (शिवराज) दिल पर क्या गुजर रही होगी, वो तो वही जानते हैं.