केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को एजेंडा आज तक के मंच पर शिरकत की. इस दौरान उन्होंने सवालों के जवाब देते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और यह भी कहा कि बीजेपी की जीत का एकमात्र कारण है नरेंद्र मोदी, नरेंद्र मोदी और नरेंद्र मोदी. इस दौरान शाह ने कहा कि पीएम मोदी कठोर फैसले लेते वक्त बीजेपी के वोट बैंक की भी परवाह भी नहीं करते हैं.
शाह ने आगे कहा कि पीएम मोदी का देश ही नहीं दुनिया में कोई सानी नहीं है. उनके नेतृत्व में ही बीजेपी अगला चुनाव लड़ने जा रही है. इसके बाद शाह बोले कि पीएम मोदी की सिर्फ लोकप्रियता नहीं है, बल्कि लोगों की उनके प्रति श्रद्धा है कि ये व्यक्ति देश को महान बना पाएगा. लोकप्रियता इधर-उधर होती रहती है लेकिन श्रद्धा नहीं.
गृह मंत्री आगे बोले, 'मोदी ने अपने लिए कुछ नहीं किया. अपने दल के लिए कुछ नहीं किया, जो किया सिर्फ देश के लिए किया. कठोर फैसलों पर कार्यकर्ता कहते थे कि वोटबैंक कट हो रहा है लेकिन देश के अंदर परिवर्तन के लिए जब ये फैसले जरूरी होते हैं तो मोदी ने वोटबैंक की परवाह नहीं की. देश की जनता को सामने रखकर कठोर फैसले लिए.'
सवालों के जवाब देते हुए शाह ने दावा करते हुए कहा कि, मोदी तीसरी बार देश के पीएम बनेंगे. उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा कि, मोदी ने दस साल में 13 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा के ऊपर लाने का काम किया है. वहीं 60 करोड़ लोगों को मोदी ने बेसिक सुविधाएं दी हैं. चाहे वह घर देना हो, शौचालय देना हो, गैस सिलेंडर, बिजली, मुफ्त अनाज, बैंक अकाउंट, ऑनलाइन फंड ट्रांसफर हो.
एक और सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, देश 130 करोड़ लोगों का गुलदस्ता है. बीजेपी इतने राज्यों में शासन कर रही है तो समाज के हर हिस्से को अपना प्रतिनिधित्व दिखाई देना चाहिए. इसीलिए बीजेपी को संगठन बनाना चाहिए और चुने हुए प्रतिनिधियों का रिप्रेजेंटेटिव तय करना चाहिए. हमारा सबसे कद्दावर नेता सबसे अदना कार्यकर्ता होता है. तीनों सीएम जो चुने गए हैं वो हमारे अच्छे कार्यकर्ता हैं. मैं भी कभी कार्यकर्ता था, बूथ का अध्यक्ष था. पार्टी समग्र रूप से कई पैरामीटर पर नेतृत्व का चुनाव करती है.
जब बीजेपी आलाकमान ने नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया था, तब मोदी सरपंच का चुनाव नहीं लड़े थे, MLA तो छोड़ दो. तब उन्हें संपन्न स्टेट का मुखिया बनाया गया.