
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी गुरुवार को एजेंडा आजतक 2023 के मंच पर थे. दिल्ली में एजेंडा आजतक 2023 के दूसरे दिन 'AAP का क्या होगा?' सेशन में दोनों नेताओं से इंडिया गठबंधन को लेकर भी सवाल हुए और पांच राज्यों के चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन को लेकर भी. राघव चड्ढा ने दिल्ली में सीट शेयरिंग से लेकर इंडिया गठबंधन की बैठक न होने तक, सवालों के बेबाकी से जवाब दिए.
राघव चड्ढा ने कहा कि 19 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक है और उसमें भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी. मेरा मानना है कि विपक्षी पार्टियां बीजेपी के खिलाफ एक सीट पर एक उम्मीदवार उतारें तो तस्वीर अलग हो सकती है. उन्होंने गठबंधन को लेकर कहा कि पहले भी लेफ्ट, जनसंघ जैसी पार्टियां एक छतरी के नीचे आई हैं और उस समय की एक शक्तिशाली सरकार को हराया है. राघव ने कहा कि इंडिया गठबंधन बैठेगा और दिल्ली, पंजाब, यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल और केरल, सभी राज्यों पर हम चर्चा करेंगे.
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आम आदमी पार्टी 2014 तक जिन नेताओं और पार्टियों को सबसे भ्रष्ट बताती थी, आज उनके साथ एक मंच पर नजर आ रही है. इसे लेकर सवाल पर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा कि भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा था, है और रहेगा. उन्होंने ये भी कहा कि भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए संविधान की जरूरत है और उसकी सुरक्षा के लिए जरूरी है कि सभी पार्टियां साथ आएं. आतिशी ने दिल्ली में अधिकारों को लेकर संसद से पारित बिल से लेकर चुनाव आयुक्त की नियुक्ति वाली कमेटी में सीजेआई की जगह किसी दूसरे नॉमिनेटेड मेंबर का प्रावधान करने वाले बिल का भी उल्लेख किया और कहा कि इन सबको रोकने के लिए विपक्षी पार्टियों का साथ आना जरूरी है.
दिल्ली में कांग्रेस को कितनी सीटें देंगे?
दिल्ली में कांग्रेस को कितनी सीटें देंगे, इस सवाल पर राघव चड्ढा ने कहा कि यह हम बैठकर तय करेंगे. उन्होंने ये भी कहा कि हम जब बैठक के लिए अंदर जाते हैं तब मतभेद बाहर छोड़कर जाते हैं. राघव ने इंडिया गठबंधन के दलों को ट्रिपल एम किनारे रखने का मंत्र भी दिया. उन्होंने कहा कि अगर हम मतभेद, मनभेद और महत्वाकांक्षा, तीनों छोड़ दें तो हर विषय पर बात कर लेंगे. तीन महीने से इंडिया गठबंधन की कोई मीटिंग नहीं होने को लेकर सवाल पर राघव ने कहा कि हो सकता है कि किसी को ये कैसे पता कि कोई बातचीत नहीं हुई है. हो सकता है कि हम हर रोज फोन पर बात कर लेते हों या जूम पर मीटिंग कर लेते हों.
विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन पर क्या बोले राघव
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रदर्शन को लेकर सवाल पर राघव चड्ढा ने बीजेपी का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी जब अस्तित्व में आई तब उसे पहला राज्य जीतने में 10 साल लगे, आज आम आदमी पार्टी की दो राज्यों में सरकार है. राघव ने कहा कि कई बार चुनाव जीतने के लिए लड़े जाते हैं और कई बार संगठन बनाने के लिए. हो सकता है कि इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़े जाते तो हो सकता है कि स्थिति कुछ अलग हो सकती थी. उन्होंने कहा कि चार राज्यों में कुल 11 करोड़ लोगों ने वोट दिए जिसमें से बीजेपी को 4 करोड़ 80 लाख वोट मिले बाकी सारा वोट विपक्ष का.
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद ने कहा कि पांचों राज्यों से 65 सीटें बीजेपी के पास हैं. 2023 चुनाव के आंकड़े देखें तो बीजेपी को 15 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है, बीजेपी 50 पर आ जाएगी. उन्होंने ये स्वीकार किया कि राज्यों के चुनाव लोकल मुद्दों पर होते हैं. 2018 में बीजेपी हार गई थी लेकिन 2019 में जीती. 2003 में तीनों राज्य बीजेपी जीती लेकिन 2004 में कांग्रेस की सरकार बन गई. इसबार देखें तो बीजेपी जीत गई है तो विपक्ष की सरकार बन जाएगी.
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लोग आपको क्यों दें वोट? राघव ने बताया
राघव चड्ढा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है. जब आम आदमी पार्टी शुरू हुई थी तब हमने कहा था कि हम राजनीति करने नहीं राजनीति बदलने आए हैं. उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में मुफ्त बिजली से लेकर तीर्थयात्रा के वादे किए थे जिसे बीजेपी रेवड़ी बताती थी. राघव ने कहा कि आज यही बीजेपी छत्तीसगढ़-एमपी-राजस्थान में कह रही है- हम फ्री बिजली देंगे, वोट दे दो. हम खाते में एक हजार रुपये डालेंगे, वोट दे दो. राघव चड्ढा ने कहा कि हमने देश में वेलफेयर की राजनीति की शुरुआत की है.