Agenda AajTak 2024: भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने एजेंडा आजतक के मंच पर 'वन नेशन, वन इलेक्शन' पर बातचीत के दौरान और भी कई मसलों पर अपने विचार साझा किए. मोदी सरकार की मदद करने वाले सवाल पर पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा, "मेरा किसी भी पार्टी से कोई संबंध नहीं है. मैं बीजेपी से आया हूं लेकिन आजतक मैं बीजेपी के किसी नेता के घर नहीं गया हूं. बीजेपी का दिल्ली का हेडक्वार्टर तक मैंने नहीं देखा है. किसी को भी मेरे पास आना है, तो वो आए."
'वन नेशन, वन इलेक्शन' की रिपोर्ट बनाते वक्त विपक्ष के सहयोग के सवाल पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "कमेटी की गतिविधियों में 62 सियासी पार्टियों को इनवाइट किया और पर्याप्त समय दिया. इनमें से 47 दलों ने प्रतिक्रिया दी और इनमें 32 ने सपोर्ट किया और 15 पार्टियों ने कुछ वजहें बताते हुए सपोर्ट नहीं किया. लोकतंत्र में यही है कि जिसके साथ ज्यादा संख्या हो मान लेना चाहिए."
पूर्व राष्ट्रपति ने आगे बताया कि 15 सियासी दलों में कुछ पार्टियां ऐसी हैं, जो कभी-कभी देश में एक साथ चुनाव की अवधारणा का समर्थन किया और अब क्यों नहीं कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सपोर्ट नहीं करने वाली पार्टियों के प्रमुख चार प्वॉइंट्स हैं...
राम नाथ कोविंद ने आगे कहा कि 'वन नेशन, वन इलेक्शन' की कमेटी में हमने रिटायर्ड चीफ जस्टिस को भी शामिल किया. किसी राज्य की रिपोर्ट आई कि स्टेट के पास चुनाव करवाने के पास पैसे नहीं हैं. जजों ने कहा है कि 'वन नेशन, वन इलेक्शन' फेडरलिज्म को मजबूत बनाएगा.
यह भी पढ़ें: एजेंडा आज तक पर पूर्व राष्ट्रपति कोविंद: लगातार चुनावों से शासन प्रभावित होता है
कमेटी में कांग्रेस को क्यों नहीं शामिल किया गया?
'वन नेशन, वन इलेक्शन' कमेटी में प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस को नहीं शामिल किए जाने के सवाल पर राम नाथ कोविंद ने कहा, "हमने रखा, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस थी. लोकसभा के विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी थे, उनको फोन किया गया, तो उन्होंने कहा आप मुझे लिखित में भेजिए, अभी लिखित में आया नहीं है. जब उनको लिखित में गया, तो उन्होंने विद्ड्रा कर लिया.