एजेंडा आजतक के दूसरे दिन यानी शनिवार को 'एक हैं तो सेफ हैं' सेशन में कांग्रेस की प्रवक्ता मुमताज पटेल, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया, भाजपा की तरफ से शहजाद पूनावाला , शिवसेना शिंदे नेता शायना एनसी, वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष, राजनीतिक विश्लेषक रजत सेठी ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान अनुराग भदौरिया इस नारे के विरोध में अपनी बात रखी.
बीजेपी की राजनीति कमजोर हो चुकी है
अनुराग भदौरिया कहा कि देश में संविधान है तो हम सब सेफ हैं. क्या बीजेपी को डर लग रहा है कि देश में सब बंटने वाले हैं. अगर ऐसा हो रहा है तो ये निकम्मे हैं. ये देश का मूल तक नहीं बचा पा रहे हैं. आप एक हैं तो सेफ हैं नारा इसलिए दे रहे हैं क्योंकि आपके मन में चोर है. आप देश को धर्म के नाम पर विभाजित करना चाहते हैं. क्या आपकी राजनीति और विचार इतने कमजोर हो चुके हैं आपको धर्म के नाम पर विभाजित करने वाली राजनीति का सहारा लेना पड़ रहा है.
अनेकता में एकता को खत्म करना चाहती है बीजेपी
अनुराग भदौरिया बीजेपी पर आगे भड़कते हुए कहा कि बीजेपी अनेकता में एकता को खत्म करना चाहती है. अगर आजादी से पहले क्रांतिकारियों ने ऐसा सोचा होता तो आज देश आजाद नहीं होता. आज भी भारत अंग्रेजों का गुलाम होती है. राजनीतिक पार्टियों को ऐसी बातें बोलनी चाहिए जिसमें समाज को जोड़ने की बात हो ना कि बांटने की बात है. अगर आप दूसरे धर्म का सम्मान करेंगे तो ही आपके ही धर्म की सम्मान होगा. यहीं धर्म की असली आस्था है.
कट्टरवादी विचारों से राष्ट्र का विनाश ही होता है
अनुराग भदौरिया ने कहा कि सरदार पटेल ने देश की रियासतों को जोड़ कर एक देश बनाया और बीजेपी के लोग देश को बांटने की बात करते हैं. इनका ये नारा बटेंगे तो कटेंगे से एक हैं तो सेफ हैं पर पहुंचा. इसलिए सवाल उठता है. लोहिया जी ने भी कहा था कि उदारवादी विचारों से देश का विकास होता है. कट्टरवादी विचारों से राष्ट्र का विनाश ही होता है.
ये झुठ परोसने वाले लोग हैं
अनुराग भदौरिया आगे कहते हैं कि बीजेपी के लोग सौदा करने वाले लोग, झुठ परोसने वाले लोग हैं. ये पता नहीं देश क्यों बांटना चाहते हैं. ये देश को बर्बाद करना चाहते हैं. इनकी राजनीति और विचार काफी ज्यादा कमजोर हो चुके हैं. पता नहीं ये किसको और किससे देश को बांटना चाहते हैं.