Agenda AajTak 2022: देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एजेंडा आजतक के मंच पर शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि 1949 में चीन में क्रांति हुई तो उनकी जीडीपी भारत से कम थी. चीन में साम्यवादी सोच और भारत में समाजवादी सोच हावी थी. 80 के दशक में चीन ने करवट ली और कई आर्थिक सुधार किए. फिर हमने भी आर्थिक सुधार किए. लेकिन चीन ने बड़ी छलांग लगाई. फिर साल 2014 में भारत में सत्ता बदली और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने. जब वह पीएम बने तो देश दुनिया की नौंवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी. लेकिन आज भारत की अर्थव्यवस्था साढ़े तीन ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की टॉप-5 अर्थव्यवस्था बन गई है.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी इकॉनोमी तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि 2013 में विश्व प्रसिद्ध इन्वेस्टमेंट फर्म म़ॉर्गन स्टेनले ने एक शब्द गढ़ा था फ्रेजाइल फाइव. इसका मतलब था कि इन देशों की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से लड़खड़ा रही थी. इसमें तुर्की, ब्राजील, साउथ अफ्रीका, इंडोनेशिया, और भारत शामिल था. लेकिन इन 9 साल में भारत फ्रेजाइल फाइव से निकलकर फेबुलस 5 में शामिल हो गया है.
'साढ़े आठ साल में कई बदलाव हुए'
रक्षामंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े आठ साल में कई बदलाव हुए हैं. इसमें सबसे बड़ा रिफॉर्म है डिजिटल फाइनेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण. इन दौरान उन्होंने जन-धन खाते का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि यह ऐसी व्यवस्था थी जिससे भ्रष्टाचार खत्म हुआ. जनधन, आधार औऱ मोबाइल यानी जैम. इस त्रिमूर्ति ने डिजिटल इकॉनोमी को मजबूती दी है, इस पर दुनिया आश्चर्य कर रही है.
'करप्शन समाप्त करना है तो सिस्टम में बदलाव जरूरी'
राजनाथ सिंह ने कहा कि साल 2000 में कुल सब्सिडी जीडीपी का दो फीसदी थी और आज भी इतनी ही है. इसकी वजह ये है कि हमारा सिस्टम पारदर्शी है और सही लोगों को पहुंच रहा है. इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के केंद्र से एक रुपये भेजने और लोगों तक 14 पैसे पहुंचने वाली बात का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि करप्शन अगर समाप्त करना है तो सिस्टम में बदलाव लाना जरूरी है.
राजनाथ सिंह बोले- तेजी से विकास के काम हो रहे
राजनाथ सिंह ने कहा कि 2014 के पहले देश में रोजाना 7 से 8 किलोमीटर सड़कें बनती थी, लेकिन अब 40 किलोमीटर सड़कों का रोजाना निर्माण हो रहा है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब सिर्फ अमीर ही हवाई यात्रा कर सकता था, लेकिन अब उड़ान स्कीम के तहत हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई यात्रा कर सकता है. क्योंकि इस स्कीम में हवाई यात्रा का भाड़ा 5 रुपये प्रति किलोमीटर की दर पर तय होता है. रक्षामंत्री ने कहा कि 2014 से पहले सिर्फ 70 एयरपोर्ट थे, लेकिन अब यह 141 हो गए हैं. इस दौरान उन्होंने स्टार्टअप का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 2014 में 400 से 500 स्टार्टअप थे, उनकी संख्या बढ़कर 80 हजार हो गई है.
'गरीब कल्याण योजनाएं भी टैक्स कलेक्शन पर निर्भर'
रक्षामंत्री ने कहा कि पुराने पड़ चुके डेढ़ हजार कानूनों को खत्म किया गया है. साथ ही कहा कि श्रम कानूनों का भी सरलीकरण किया गया है. उन्होंने कहा कि जब जीएसटी लागू किया गया था, तब कई लोगों ने शिकायतें की लेकिन 5 साल बाद इसके फायदे भारत ही नहीं, पूरी दुनिया देख रही है. उन्होंने कहा कि विकास के साथ गरीब कल्याण योजनाएं भी टैक्स कलेक्शन पर निर्भर करती हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि कोरोना के बाद रिकॉर्ड फ़ॉरेन डॉयरेक्ट इन्वेस्टमेंट तेजी से आया है. ये दशक भारत का दशक है. इसमें भारत की विकास दर 6.5 से 8 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि चीन की विकास दर 4 फीसदी से ज्यादा नहीं रहने वाली. जब भारत आजाद हुआ था, तब यहां एक सुई भी नहीं बनती थी, लेकिन अब आज हम INS विक्रांत जैसे भारी भरकम एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण कर रहे हैं. हम दूसरे एयरक्राफ्ट कैरियर पर भी काम कर रहे हैं. ऐसा अनुमान है कि 2027 में हमारी अर्थव्यवस्था तसरी बड़ी इकॉनोमी हो जाएगी.
'2023 खत्म होने तक एक्सपोर्ट 9 हजार करोड़ क्रॉस करेगा'
आत्मनिर्भर अभियान के तहत बड़े अभियान की शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि गुजरात में टाटा और एयरबस ने सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की आधारशिला रखी है. यहां बनने वाले ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट विदेशों में भी एक्सपोर्ट किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि 2023 समाप्त होने तक हमारा एक्सपोर्ट 9 हजार करोड़ को क्रॉस कर जाएगा. जो कि 2014 से पहले तक 9 हजार करोड़ था.
'25 साल में भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है'
रक्षामंत्री ने कहा कि जिस तरह से हमने कोरोना महामारी को हैंडल किया, उसकी WHO और पूरी दुनिया सराहना कर रही है. हमारी साख पूरे विश्व में बढ़ी है. यह सब हमारी लीडरशिप की वजह से संभव हुआ है. भारत ऐसा राष्ट्र है जो सभी को साथ लेकर चलना चाहता है किसी का सहारा लेकर नहीं. रक्षामंत्री ने कहा कि अगले 25 साल में भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. भारत ऐसी महाशक्ति बनेगा, जिसके साथ दुनिया के देश सुरक्षित महसूस करेंगे.
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