विचारों के महामंच 'एजेंडा आजतक' के नौवें संस्करण की शुरुआत करते हुए इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने कहा कि कोरोना काल में आजतक के बहादुर पत्रकारों ने अपनी सुरक्षा की परवाह न करते हुए रिपोर्टिंग की. उन्होंने कहा कि इसके लिए उन पर टीआरपी या मैनेजमेंट का कोई दबाव नहीं था और उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर ऐसा कर अपना काम बखूबी किया और आजतक का भी झंडा बुलंंद किया.
'एजेंडा आजतक' दो साल बाद फिर सजा है. आज और 4 दिसंबर को आजतक के महामंच पर कई दिग्गज आए हैं, जो राजनीति से लेकर मनोरंजन और इतिहास से लेकर विज्ञान तक पर मंथन कर रहे हैं. आज से दो दिनों के लिए सजने वाले आजतक के महामंच पर राजनीति के 'खिलाड़ी' चुनाव पर भी चर्चा करेंगे.
यहां पढ़िए कली पुरी की पूरी स्पीच
एजेंडा आजतक में आप सबका स्वागत करना हमेशा मेरे लिए सौभाग्य की बात रहती है. पर इस समय क्योंकि एजेंडा दो साल के बाद हो रहा है, तो आप सबको देखकर और भी अच्छा लग रहा है.
ये समय बहुत मुश्किल रहा है हम सबके लिए. इस कोरोना काल ने सबकुछ बदल दिया और कुछ चीजें तो हमेशा के लिए. इसलिए यहां आपके सामने खड़े होकर 9वें एजेंडा आजतक को प्रजेंट करना ज्यादा खास है.
आगे बढ़ने से पहले मैं इस मंच से और आजतक के माध्यम से उन बहादुर पत्रकारों को बधाई देना चाहती हूं जिन्होंने इस महामारी में अपनी सुरक्षा की परवाह न करते हुए अपना कर्तव्य निभाया.
उस समय में ना कोई टीआरपी थी न कोई ऐडवर्टाइजिंग और न कोई मैनेजमेंट का दबाव. इन बहादुर पत्रकारों ने बस अपनी ड्यूटी की, क्योंकि ये इनकी अंतरात्मा की आवाज थी. आप जब घरों से निकलने से डर रहे थे, तब आजतक के रिपोर्टर अस्पतालों के आईसीयू, श्मशान घाट, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, सब जगह से रिपोर्ट कर रहे थे. इन्होंने अपने काम के साथ आजतक के झंडे को बुलंद रखा है, पर अपने काम के साथ जानें भी बचाईं.
मुझे बहुत गर्व है कि मुझे इतने सारे ऐसे पत्रकारों के साथ काम करने का मौका मिला है. आज हमारे बीच आजतक के सभी रिपोर्टर, सारे दूसरे राज्यों से भी आए हुए हैं और मैं आपके साथ उन सबका तालियों के साथ सम्मान करना चाहती हूं.
दो दिन देश का एजेंडा आपके सामने लेकर आना और उस पर आपके साथ चर्चा करना, हमारे न्यूजरूम का हाई पॉइंट होता है.
आज आपके करीब पचास न्यूजमेकर्स की बात सुनेंगे आप उनकी जुबानी. बहुत ही दमदार प्रोग्राम है और आपको पसंद आएगा. तो चलिए सेट करते हैं देश का एजेंडा...