AT Agenda 2021: देश में लोग बुलेट ट्रेन पर कबसे चढ़ने यानी चलने लगेंगे? एजेंडा आजतक में शनिवार को आए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी साफ जानकारी दी है.
उन्होंने यह स्वीकार किया कि बुलेट ट्रेन के लिए जमीन अधिग्रहण अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन उनका कहना है कि इसे निर्धारित साल तक शुरू कर दिया जाएगा.
बुलेट ट्रेन पर कब तक लोग चढ़ने लगेंगे? आजतक के इस सवाल पर रेलमंत्री ने कहा, 'साल 2026 तक निश्चित रूप से यह होने लगेगा. बहुत देर हुई तो भी एक साल की होगी, तो देर होने पर भी साल 2027 तक यह हो जाएगा. उसके आगे तो टारगेट बिल्कुल नहीं जाएगा.'
पीएम मोदी का विजन
उन्होंने कहा कि रेलवे में पीएम मोदी का विजन है कि यह इकोनॉमी को ट्रांसफार्म कर सकती है. दुनिया भर में इसके उदाहरण है. चीन में, यूरोप में. उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी रात 11 बजे भी फोन कर मुझसे इन चीजों पर बात करते हैं. वे कहते हैं कि ये जो चीजें हम बना रहे हैं अगले 50 साल तक के लिए बना रहे है. वे डिटेल पर बात करते हैं.'
भूमि अधिग्रहण का काम पूरा नहीं
उन्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन में जापानी टक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है. जापानियों की विशेषता यह कि जब तक सब कुछ तैयार न हो वे काम शुरू नहीं करते. महाराष्ट्र सरकार अभी जमीन अधिग्रहण पूरा नहीं कर पाई है. गुजरात में यह हो चुका है.
उन्होंने कहा कि हम पहले इंतजार कर रहे थे कि महाराष्ट्र भी पूरा कर ले, लेकिन अब हमने काम शुरू कर दिया है. न्होंने कहा कि बुलेट ट्रेन के पीछे प्रधानमंत्री का विजन यह है कि कोई भी काम करने का हमारा जो तरीका है उन सबमें भी बदलाव आए. 119 पिलर कास्ट हो चुके हैं. अगले छह महीने में करीब 50 किलोमीटर दूरी के पिलर कास्ट हो जाएंगे.
उन्होंने कहा कि इसके डिजाइन में काफी चुनौतियां हैं. जापान के मुकाबले भारतीय लोगों का वजन, यहां की धूल जैसी परिस्थितियां अलग हैं. इसलिए थोड़ी देर हो सकती है.
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