'मैं राहुल गांधी का पार्टी में सबसे बड़ा वकील हूं. पहले दिन से ही उन्हें अध्यक्ष बनाने की वकालत कर रहा हूं. मैंने राहुल जी को अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा देने से भी मना किया था.' शुक्रवार को एजेंडा आजतक (Agenda Aajtak) के सत्र 'सिंहासन छत्तीसी' को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह बात कही.
प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार घोषित करने के सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि यह आलाकमान तय करेगा. जब उनसे पूछा गया कि आपकी पार्टी का आलाकमान आखिर कौन है? आप राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की वकालत करते आए हैं. इसके जवाब में कांग्रेस के सीनियर लीडर ने खुलकर कहा, 'राहुल जी को मैंने अध्यक्ष पद छोड़ने से भी मना किया था. मैं बिल्कुल उनकी वकालत कर रहा हूं. हम जैसे कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि फिर से राहुल गांधी पार्टी की कमान संभालें.'
यह पूछे जाने पर कि राहुल गांधी ने कांग्रेस का अध्यक्ष पर छोड़ते वक्त क्या कहा था? जवाब में बघेल ने बताया कि राहुल जी के अंदर नैतिकता है. लोकसभा चुनाव में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया था.
PK के बयान पर पलटवार
कांग्रेस पार्टी के 90 फीसदी चुनाव हारने वाले बयान को सीएम भूपेश बघेल ने गलत करार दिया. उन्होंने कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, गोवा, नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में कांग्रेस प्रदर्शन को बेहतर बताया. दरअसल, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने एक ट्वीट में कहा है कि विपक्ष का नेतृत्व करना कांग्रेस का दैवीय अधिकार नहीं है, जब पार्टी पिछले 10 सालों में अपने 90 फीसदी चुनाव हारी हो.
यूपी में अब हमारी बारी
क्या यूपी में बीजेपी जैसी मजबूत पार्टी को कांग्रेस टक्कर दे पाएगी? इस पर बघेल ने कहा कि कुछ समय पहले बीजेपी भी यूपी में चौथे नंबर की पार्टी थी और आज वह एक नंबर पर है, इसलिए यह एक रोटेशन है. जनता जिसे पसंद करती है, वह पार्टी पहले नंबर पर आ जाती है. कांग्रेस नेता आगे कहा, पहले यूपी की जनता ने मायावती जी (बहुजन समाज पार्टी) को परखा, फिर अखिलेश यादव जी (समाजवादी पार्टी) और भारतीय जनता पार्टी को भी परख लिया. अब हमारी पार्टी (कांग्रेस) की बारी है.