2014 में नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से ही भारत की विदेश नीति को लेकर काफी चर्चा होती है. आज तक एजेंडा कार्यक्रम में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि मोदी सरकार ने भारतीय प्रवासियों पर काफी ध्यान दिया है. विदेश मंत्री ने कहा कि आज जब हम विदेश दौरे पर जाते हैं तो दूसरे राजनेता हमारी विदेश नीति को लेकर बात करते हैं. आज भारत की ताकत और भारतीय प्रतिभा का फुटप्रिंट ग्लोबल हो चुका है. इसका कारण यही है कि प्रवासी हमारे साथ जुड़ चुके हैं. जयशंकर ने कहा कि 2014 में अमेरिका में मैडिसन स्क्वायर पर मेगा शो का मकसद भी भारतीय प्रवासियों के मन में भारत की जगह बनाना था.
विदेश मंत्री ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य था कि जब प्रधानमंत्री अमेरिका में गए और पहली बार ऐसा कार्यक्रम हुआ था तो मैं उसका हिस्सा था. उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम है विरोध करना लेकिन प्रधानमंत्री और सरकार की ओर से यह संदेश था कि हमारे जो प्रवासी वहां है, उनके साथ हमारे संबंध बहुत गहरे हैं. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बाद में यूके और कनाडा में भी हुआ.
एस जयशंकर ने कहा कि विदेश में रह रहे प्रवासी हमारे लिए दूसरे देशों के साथ संबंध बनाने में ब्रिज का काम करते हैं. हम उनको एक तरीके से हमारे प्रतिनिधि और टैलेंट मानते हैं. उन्होंने कहा कि यह मेगा शो का ही परिणाम है कि प्रवासियों का भारत के साथ लगाव काफी बढ़ा है.
उन्होंने कहा कि हम अपने इस लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहे. सफलता एक किस्म से मेरे लिए यह थी कि प्रवासियों के लिए यह मेगा शो कैसा रहा. आज प्रवासियों को लगता है कि वर्तमान भारत में ऐसा प्रधानमंत्री है जो उनका सचमुच में ख्याल रखता है.