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आलू 34 रुपये, प्याज 35 रुपये, फूलगोभी... जब महंगाई के सवाल पर शिवराज ने बताए सब्जियों के दाम

Agenda AajTak Delhi: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अपनी एक अलग पहचान है. मध्य प्रदेश में उन्हें मामा की उपाधि हासिल है. इनके अलावा वह एक किसान परिवार से आते हैं और वो किसानी उनके कामों में भी झलकती है. एजेंडा आजतक में उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें रोजाना सब्जियों के दाम भी पता होते हैं, और उन्होंने कुछ सब्जियों के दाम भी बताए.

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केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Photo Credit - अरुण कुमार)
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (Photo Credit - अरुण कुमार)

Agenda AajTak Delhi: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एजेंडा आजतक के पहले दिन किसानों का 'लाडला' कार्यक्रम में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने किसानों की आय और उनकी समस्याओं जैसे अहम मुद्दों पर बात की. इनके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि रोजाना उन्हें सब्जियों के दाम भी पता होते हैं. शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि फूलगोभी 58 रुपये, शिमला मिर्च 30 रुपये, प्याज 35 रुपये किलो और आलू 34 रुपये के आसपास है.

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मध्य प्रदेश में आपने जो किया, वह राज्य के स्तर पर था. देश में अलग-अलग तरह की समस्याएं हैं. इसे लेकर सवाल पर शिवराज ने कहा कि हर स्तर पर समस्याओं के समाधान की दिशा में काम किया जा रहा है. हमने एक नहीं, अनेकों परिवर्तन किए हैं. पहले तहसील इकाई होती थी, हमने गांव किया.

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पश्चिम बंगाल ने मनरेगा के पैसे का दुरुपयोग किया!

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हमने ये नियम बनाया कि एक किसान की फसल को भी नुकसान पहुंचता है तो सबको फसल बीमा योजना के तहत क्षतिपूर्ति दी जाएगी. विपक्ष शासित राज्यों के साथ भेदभाव के आरोप पर शिवराज ने कहा कि पश्चिम बंगाल ने मनरेगा के पैसे का दुरुपयोग किया. जांच में दुरुपयोग मिला तो हमने पैसा रोक दिया. हमने कहा कि गड़बड़ी ठीक करिये तब पैसा देंगे. ग्राम सड़क योजना के तहत हम आज भी पैसा दे रहे हैं.

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लोकसभा, विधानसभा और निकाय चुनाव एक साथ होने चाहिए!

शिवराज ने कहा कि 12 महीने, पांच साल इस देश में चुनाव जरूर होते रहते हैं. मेरा सवाल नहीं है, देखिए प्रधानमंत्री जी का कितना समय जाता है. मंत्रियों का समय जाता है. विकास बाधित होता है. आचार संहिता लग जाती है. प्रगति और विकास पूरी तरह से बाधित हो जाता है. मैं तो अंतरात्मा से चाहता हूं कि लोकसभा, विधानसभा और निकाय चुनाव एक साथ होने चाहिए. नए-नए वादे करने पड़ते हैं. ये विकास में बाधक हैं. पहले तो सब चुनाव साथ ही होते थे.

'एक हैं तो सेफ हैं में कौन सी गलत बात है?'

कांग्रेस ने अलग-अलग सरकारों को बर्खास्त किया. जिन विधानसभाओं का कार्यकाल खत्म हो रहा है, आगे बढ़ा दो चार-पांच महीने. क्या दिक्कत है. संविधान को लेकर विपक्ष के आरोप पर शिवराज ने कहा कि संविधान का जितना आदर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी करते हैं, कोई नहीं करता. एक हैं तो सेफ हैं में कौन सी गलत बात है. भारत ने तो हमेशा एकता पर जोर दिया है. एक हैं सब तो सेफ हैं. देश एक होना चाहिए. देश एक रहे तो देश सेफ रहेगा.

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जब शिवराज ने बताए सब्जियों के दाम!

शिवराज ने सब्जियों के भाव लगातार पता करते रहने का दावा किया और फूल गोभी से लेकर प्याज तक के दाम बताए और कहा कि बड़े शहरों में तो ये महंगा बिकता है, लेकिन जो किसान इन्हें उगाता है, उनको इतना नहीं मिल पाता. नैफेड के जरिये राज्य सरकारें किसानों की उपज को शहर तक लाएं, परिवहन का खर्च हम वहन करेंगे. मौसम की मार से अगर फसल खराब हो जाए तो हमने पीएम आशा जैसी योजना बनाई है. हमने तिलहन के लिए भी एक योजना बनाई है कि अगर यह कम कीमत पर बिकती है तो उचित पैसा दिलाने के लिए आधा पैसा राज्य और आधा केंद्र सरकार वहन करे. हमारी कोशिश है कि अन्नदाता सुखी रहे. अन्नदाता सुखी तो सभी सुखी.

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