विपक्ष के शोरगुल और हंगामे के बीच संसद का शीतकालीन सत्र समय से पहले समाप्त कर दिया गया. लोकसभा और राज्यसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है. संसद वो जगह है जहां जनता के द्वारा चुने गए उनके प्रतिनिधि जाते हैं और लोगों की सहूलियत के लिए कानून बनाते और बदलते हैं. लेकिन संसद में इस तरह का रवैया कतई मंजूर नहीं है. इस सत्र में विपक्ष अपनी मांग पर इस कदर अड़ा रहा की हर रोज हंगामा और बवाल करके काम ना करने दिया. संसद के अंदर का बवाल बाहर सड़कों पर भी फूटा लेकिन इसका असर सबसे ज्यादा संसद के कामकाज पर पड़ा. लगभग हर रोज संसद स्थगित हुई. देखें इस सत्र में कितना काम हुआ.