आजतक ने 'एजेंडा आजतक' के नाम से एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया. सेशन 'सावरकर के नाम पर' में रंजीत सावरकर, विक्रम संपत और इतिहासकार चमनलाल ने भी हिस्सा लिया. इस दौरान सावरकर ने अंग्रेजों से माफी के लिए चिट्ठियां क्यों लिखीं, इसपर तीनों इतिहासकार ने अपनी-अपनी राय रखी. इसपर रंजीत सावरकर और विक्रम संपत ने कहा कि सावरकर ने जो चिट्ठियां लिखी थी, वो माफीनामा नहीं थी, उस समय सभी कैदियों को ये अधिकार मिलता था कि अपने अधिकारों को लेकर अपनी बात रख सकते थे. वहीं इतिहासकार चमनलाल का कहना है, उसी जेल में बंद भगत सिंह साथियों इस तरह की कोई चिट्ठियां नहीं लिखी, जबकि सावरकर ने ऐसा किया. देखें वीडियो.
Aaj Tak organized a special program in the name of 'Agenda Aaj Tak'. Ranjit Savarkar, Vikram Sampat and historian Chamanlal took part in the session 'Savarkar ke nam par'. The three historians gave their opinion on why Savarkar wrote letters for forgiveness to British rule during this period. Watch video.