'एजेंडा आजतक' में जाने-माने 5 पूर्व क्रिकेटरों ने शिरकत करके खेल और इससे जुड़े पहलुओं पर देश-दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा.
'एजेंडा आजतक' के सत्र 'भारत-पाकिस्तान क्रिकेटः मैच या महायुद्ध?' में कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सौरव गांगुली, वकार यूनुस और वसीम अकरम ने शिरकत की.
चर्चा को आगे बढ़ाते हुए वसीम अकरम ने कहा कि पहले दोनों देशों के बीच क्रिकेट में और ज्यादा दबाव होता था, पर अब इसे खेल की तरह देखा जाता है. अकरम ने कहा कि भारत-पाकिस्तान मैच में जो दबाव होता है, वह अतुलनीय है.
क्रिकेट के इन दिग्गजों ने खेल के विभिन्न पहलुओं से चर्चा की.
कपिल देव ने कहा कि जब दो भाई अलग होते हैं, तो कोई एक-दूसरे से हारना नहीं चाहता है. उन्होंने सियासी माहौल का जिक्र करते हुए कहा कि चाहे खाने के लिए पैसा हो या नहीं, पर युद्ध के लिए सबकुछ मौजूद रहता है. उन्होंने कहा कि 90 फीसदी लोग भारत-पाक रिश्तों को अच्छा बनाने की बात करते हैं.
वकार यूनुस ने कहा कि भारत-पाक मैच में जीत-हार बहुत मायने रखती है. उन्होंने कहा, 'वर्ल्डकप में भी कोच के तौर पर मैंने दबाव देखा था. सबसे ज्यादा दबाव मीडिया का होता है.' उन्होंने कहा कि भारत-पाक मैच जंग और खेल के बीच की कड़ी है. भारत-पाक से ज्यादा बड़ा क्रिकेट मैच नहीं होता.
इमरान खान ने कहा कि मीडिया से ज्यादा भारत-पाक मैच में आवाम का दबाव होता है.
कपिल-इमरान सीरीज के नाम के सुझाव पर कपिल ने कहा अगर नाम देना है तो दे दो पर पूछो मत.
वसीम ने सचिन तेंदुलकर को लेकर कहा कि मुझे भी इस बात का अफसोस है कि सचिन को गेंदबाजी नहीं कर पाया.
कपिल देव ने कहा, 90 फीसदी लोग भारत-पाक रिश्तों को अच्छा बनाने की बात करते हैं.
अजहर ने कहा, क्रिकेट एक खेल है, महायुद्ध की तरह नहीं खेला जा सकता.