'एजेंडा आजतक' के सत्र 'सोशल नेटवर्किंगः कमाल या जंजाल' में लेखक चेतन भगत, सामाजिक कार्यकर्ता किरण बेदी व केंद्र सरकार में राज्यमंत्री मनीष तिवारी ने बड़ी बेबाकी से अपने विचार रखे. चेतन भगत ने कहा कि देश में सोशल साइटों को सेंसर करने का विचार गलत है. वहीं किरण बेदी का मानना है कि सोशल मीडिया के बारे में एक ठोस पॉलिसी की जरूरत है. सूचना प्रसारण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनीष तिवारी ने कहा कि बोलने की आजादी का इस्तेमाल किसी की भावना को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं होना चाहिए.