'एजेंडा आज तक' के पहले दिन के सत्र ' अपनी भाषाएं हैं जरूरी' में हिंदुस्तान में हिंदी की दशा और दिशा पर जावेद अख्तर, अशोक वाजपेयी, अनुजा चौहान ने बेबाकी से अपनी राय रखी. इस मौके पर जावेद अख्तर ने कहा भाषा ही एक इंसान के व्यक्तिव की पहचान है. जबकि अशोक वाजपेयी ने हिंदी से अपना नैसर्गिक रिश्ता बताया. इस मौके पर अनुजा चौहान ने भाषा में शब्दों के इस्तेमाल की ओर भी ध्यान आकर्षित किया.