अन्ना हजारे का स्पष्ट कहना है कि मैं कभी अरविंद केजरीवाल को अपने साथ मंच पर बैठने नहीं दूंगा, क्योंकि उनकी पार्टी है. मेरा किसी पार्टी से कोई संबंध नहीं है.