एजेंडा आजतक में गजल गायक गुलाम अली ने अपनी मशहूर गजल ‘चुपके-चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है’ सुनायी तो यकीनन हर किसी को अपने स्कूल-कॉलेज के आशिकी का वो जमाना याद आ गया होगा.