वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'एजेंडा आजतक' के मंच पर कहा कि टीकाकरण हमारी प्राथमिकता है, टीकाकरण अभियान को तेजी से चलाया गया. जिसके आंकड़े आज सबके सामने हैं. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर कई कदम उठाए गए हैं. जिसके परिणाम दिखने को मिल रहे हैं. जीडीपी में लगातार सुधार हो रही है.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को बातचीत के बाद ही पारित किया था. शरद पवार ने इस मसले को लेकर चिट्ठी भी लिखी थी. लेकिन विपक्ष ने इसे गलत रंग दे दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा दिल दिखाया है, और उसे वापस भी ले लिया है.
सरकार आज भी मजबूत
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने खुद कहा कि हम कुछ किसानों को नहीं समझा पाए, इसलिए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेते हैं. वित्त मंत्री की मानें को तमाम पहलुओं पर विचार के बाद तीनों कृषि कानून को लाए थे, इसमें छोटे किसानों को सबसे ज्यादा फायदा होने वाला था.
कृषि कानून को वापस लेने के फैसले को सरकार का यू-टर्न कहना बिल्कुल गलत है, और इससे सरकार की छवि खराब नहीं हुई है. सरकार आज भी मजबूत है और कड़े फैसले लेने के लिए सक्षम है.
महंगाई के सवाल पर वित्त मंत्री ने माना कि महंगाई में उछाल से मिडिल क्लास पर असर पड़ता है. लेकिन हमने तुरंत कदम उठाए हैं. खाद्य तेल के दाम बढ़ने के बाद सरकार ने उसमें कटौती के लिए कदम उठाए.
महंगाई काबू में
उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ने से लोगों पर असर पड़ता है. लेकिन महंगाई दर को देखें तो फिलहाल काबू में है. हालांकि महंगाई दर के आंकड़ों को गरीबों को राहत नहीं मिलने वाली है. लेकिन फिलहाल महंगाई दर 6 फीसदी से नीचे है, RBI ने भी महंगाई दर को काबू में बताया है. इसलिए अगर विपक्ष अगर यह कहता है कि महंगाई बेकाबू में है तो ये आरोप बेबुनियाद है.