ई-एजेंडा आजतक के मंच पर आज देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिरकत की. ई-एजेंडा के मंच पर देश में लागू लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण पर अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कई सवालों पर चर्चा की गई. कार्यक्रम में शामिल हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपने राज्य में कोरोना को लेकर किए गए कामों और लॉकडाउन को लेकर बनाई गई रणनीतियों की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने मंत्रिमंडल गठन पर भी अहम चर्चा की.
ई-एजेंडा के मंच से शिवराज सिंह ने प्रदेश में लागू की गई आईआईटीटी योजना पर भी बात की. शिवराज सिंह ने कहा कि लोगों के मन में विश्वास पैदा करने के लिए हमने छोटा नाम दिया आई स्कवायर टी स्क्वायर. पहले आई का मतलब है आइडेंटिफिकेशन. उस इलाके की पहचान जहां संक्रमण है या सर्दी-जुकाम, बुखार के रोगी हैं. जब आइडेंटिफिकेशन हो गया तो आइसोलेशन किया मतलब वहां पर आने-जाने की रोक लगाई. उसके बाद टेस्टिंग, टेस्ट करवाने के बाद पॉजिटिव आने पर ट्रीटमेंट. ये ऐसी रणनीति थी जो लोगों को समझ आई.
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शिवराज सिंह ने बताई आगे की रणनीति
रेड जोन पर रणनीति को लेकर शिवराज सिंह ने कहा कि हमारे यहां 9 रेड जोन जिले हैं. 19 ऑरेंज जोन जिले हैं और 23 ग्रीन जोन जिले हैं. हमने तीनों जोन के लिए अलग-अलग नीतियां बनाई हैं. रेड जोन से कोई न तो बाहर आएगा और न ही वहां जाएगा. वहां आर्थिक गतिविधियां प्रारंभ नहीं होगीं. उसमें भी कंटेनमेंट एरिया के बाहर तो कोई भी नहीं आएगा. ये हमने व्यवस्था की है. हमारा पहला काम संक्रमण को रोकना है. संक्रमण तभी रुकेगा जब संपर्क की चेन तोड़ पाएंगे. सिनेमाघर, मॉल्स को छोड़ अन्य गतिविधियां अन्य जोन में शुरू कर देंगे. हमने फसल खरीदनी शुरू कर दी है.
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शिवराज सिंह ने आगे कहा कि रेड जोन को छोड़ अन्य जगहों पर तमाम काम शुरू कर दिए हैं. जिससे अर्थव्यवस्था का एक चक्र शुरू होगा. ग्रीन जोन में जिला लॉक कर सभी काम प्रारंभ करेंगे. रेड जोन को बंद कर संक्रमण रोक रहे हैं. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर भी काम कर रहे हैं. इसके लिए हमारी एक योजना है जीवन अमृत योजना. भारत के आयुर्वेद में काफी ताकत है. हम एक करोड़ परिवारों तक काढ़ा पहुंचा रहे हैं. शहरी महिलाओं को मास्क बनाने का काम दिया है. सरकार उन मास्क को 11 रुपये में खरीदेगी. जिससे मास्क की कमी दूर होगी और महिलाओं को काम मिलेगा.
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कोरोना की वजह से मजबूत हुई प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था
चिकित्सा व्यवस्था पर बात करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि संबल योजना गरीबों का संबल है. गरीबों को सहूलियतें दे रहे हैं. पढ़ाई की व्यवस्था है. सस्ती बिजली का प्रावधान है. बेटियों की शादी का प्रावधान है. इलाज के क्षेत्र में अब हम केवल भोपाल और इंदौर तक सीमित नहीं हैं. अब हर संभाग में कोरोना के डेडिकेटेड अस्पताल हैं. जिला अस्पतालों को भी सुदृढ़ किया गया है. हमारा प्रयास है कि सामुदायिक अस्पतालों को भी कोरोना से निपटने के लिए तैयार करें ताकि बड़े अस्पतालों पर ज्यादा लोड ना पड़े. यह एक अवसर था जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था सुदढ़ की जा रही है.
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शिवराज ने बताई अपनी दिनचर्या
कोरोना काल में अपनी दिनचर्या पर बात करते हुए संकट के समय हम चैन से कैसे बैठ सकते हैं. सुबह साढ़े पांच बजे दिन शुरू होता है और रात के डेढ़ बज जाते हैं. सुबह एक-दो घंटे योग इत्यादि काम में चला जाता है. उसके बाद पूरे प्रदेश के लोगों से चर्चा होती है. फिर अन्य काम होते हैं. छोटी टीम के साथ काम कर रहा हूं. रोज कोरोना की समीक्षा करता हूं. जन प्रतिनिधियों, डॉक्टरों, छात्रों, मजदूरों सबसे बात करता हूं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ने बहुत मदद की है. काम बहुत है. इसलिए दिन का पता नहीं चलता.
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मंत्रिमंडल गठन पर भी हुई चर्चा
मंत्रिमंडल गठन पर बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सीएम बनते ही लॉकडाउन लागू हो गया जिस वजह से चर्चा ही नहीं हो पाई. फिर लगा कि छोटी टीम की जरूरत हो रही है तो चर्चा कर एक छोटी टीम बनाई. लेकिन लगा था कि 3 मई के बाद जब लॉकडाउन खत्म होगा तो पूरा मंत्रिमंडल विस्तार कर लेंगे. अब लॉकडाउन 14 दिन और बढ़ गया है तो जल्द ही चर्चा कर मंत्रिमंडल का विस्तार भी कर लेंगे.
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मजदूरों के लिए एमपी में उठाए गए ये कदम
मजदूरों की घर वापसी पर बात करते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि व्यापक पैमाने पर जहां-जहां से हम बसों से मजदूरों को ला सकते थे हम लाए. अब तक पचास हजार मजदूर ला चुके हैं. अब दूर के इलाकों से ट्रेन से लाने की योजना है. आज पहली ट्रेन से मजदूर आए हैं. हमने पहले एक-एक हजार रुपये सबके खाते में डाले थे. अब आते ही सबके लिए भरपूर राशन की व्यवस्था की है. दो-दो महीने का राशन सबको दे रहे हैं. राशन कार्ड की बाध्यता खत्म कर दी है. ताकि आते ही उन्हें खाने की दिक्कत ना हो. हर जिले में अतिरिक्त राशन भिजवाया है. मनरेगा का काम शुरू करवा दिया है. निर्माण के काम तेजी से शुरू हो रहे हैं. रियल स्टेट और इंडस्ट्री को प्रेरित कर रहे हैं. तत्काल ये उपाय कर रहे हैं.