कोरोना संकट और लॉकडाउन का सबसे अधिक असर पेट्रोलियम उत्पादों पर पड़ा है. क्रूड ऑयल के दाम काफी गिर गए हैं और इससे भारत को करीब 25 हजार करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. यह जानकारी पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आजतक के खास कार्यक्रम ई-एजेंडा आत्मनिर्भर में दी.
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इन दिनों में जब क्रूड ऑयल के दाम घटे तो सबसे पहले हमने अपनी कैपिसिटी को भरा. हम लोगों ने 8 मिलियन टन तेल समुद्र में जहाज के अंदर कम दाम में खरीदकर रखा है. भारत में करीब 25 मिलियन टन की स्टोरेज क्षमता है. प्रोडक्ट और क्रूड ऑयल के रूप में.
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देश को हुए फायदे के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अभी कुल मिलाकर 38 मिलियन टन सस्ते दामों के तेल हमने स्टोर रखा है. यह तेल स्टोरेज सेंटर और रिफाइनरी में है. जनवरी और अप्रैल के दामों को अगर हम कैलकुलेट करें तो 25 हजार करोड़ रुपये का फायदा भारत की जनता को हुआ है.
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केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जितना तेल (38 मिलियन टन) हमने स्टोर किया है, अगर हम आगे इस्तेमाल करेंगे तो हम देखेंगे कि वार्षिक आवश्यकता की एक चौथाई तेल को हमने स्टोर कर लिया है. इसका फायदा आने वाले समय में देश के लोगों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि भारत तेजी के साथ आत्मनिर्भर बन रहा है.
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आत्मनिर्भर भारत अभियान का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत अभी 120 देशों को दवाई पहुंचा रहा है. अमेरिका से लेकर विश्व के तमाम आर्थिक शक्ति वाले देशों को भारत दवाई पहुंचा रहा है. जरूरी मेडिकल संसाधन मुहैया करा रहा है. भारत के अपने बाजार की इतनी बड़ी ताकत है.
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ई-एजेंडा कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि 4-5 साल पहले हमें कच्चे तेल को प्रीमियम देकर खरीदना पड़ता था. आज हम डिस्काउंट में तेल ले रहे हैं. इसका प्रमुख कारण भारत के बाजार की ताकत है. हम अपनी खपत का अगर उत्पादन करेंगे और सप्लाई चेन को बनाकर रखेंगे तो इसका फायदा हमें ही होगा.